दुष्कर्म से पहले महिला को बेसुध करने के लिए इंजेक्शन भी लगाया गया। 23 वर्षीय विवाहिता और 70 वर्षीय उसकी सास को सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती करवाया गया है। सास की हालत नाजुक है। एसीपी रविंदर पाल सिंह संधू ने बताया कि पीड़िता के बयान पर केस दर्ज कर लिया गया है।
पड़ोसन ने मचाया शोर
सोमवार सुबह करीब सवा आठ बजे पड़ोस में रहती विनीता (बदला हुआ नाम) के घर पानी नहीं आ रहा था। वह पानी लेने पीड़िता के घर गई। अंदर घुसते ही वह सन्न रह गई। खून से लथपथ बुजुर्ग महिला जमीन पर बेहोश पड़ी थी, जबकि उसकी बहू बेड पर निर्वस्त्र पड़ी थी। यह देखकर उसने शोर मचा दिया। पास की बद्री कालोनी में दूध दोहने गए विवाहिता के पति और ससुर को सूचना दी गई, जो दोनों को अस्पताल लेकर आए।
अस्पताल में विवाहिता ने पुलिस को बयान दिया कि करीब सवा सात बजे पति और ससुर दूध दोहने गए थे। करीब 15 मिनट बाद दो युवक घर आए। उनकी उम्र 25 से 27 वर्ष के बीच थी। उन्होंने पूछा कि क्या आप मकान बेचना चाहते हैं। उसने दोनों को अंदर आने को कहा, तभी एक ने उसे पकड़ लिया और जबरदस्ती करने लगा। उसे बचाने आई सास के सिर पर युवक ने भारी चीज मारी, जिससे वह बेहोश हो गई। युवक ने उसे कोई इंजेक्शन लगाया, जिससे वह बेसुध हो गई।
क्या भेदी थे युवक?
पीड़िता का पति और ससुर करीब सवा सात बजे दूध दोहने गए थे। करीब 15 मिनट बाद युवक आए और आधे घंटे के भीतर चले गए। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या युवक परिवार की दिनचर्या जानते थे। उन्हें कैसे पता चला कि परिवार वाले मकान बेचना चाहते हैं। पता चला है कि विवाहिता और उसका परिवार पहले बस्ती गुजां में रहते थे और छह माह पहले ही इस कालोनी में आया था। विवाहिता का तलाकशुदा जेठ शनिवार से किसी रिश्तेदार के यहां गया हुआ है।
बार-बार बयान बदल रही पीड़िता
पीड़िता ने मीडिया के सामने पुलिस को बताया कि युवक मकान खरीदने की बात कहकर अंदर आए। सास ने उसे चाय बनाने को कहा। वह चाय लेकर लौटी, तो सास बेसुध पड़ी थी। इससे पहले कि वह शोर मचाती, युवकों ने उसे पकड़ लिया। उसका दूसरा बयान था कि जबरदस्ती का विरोध करने पर सास को पीटा गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)