मालदीव. प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को शांति पुरुष कहकर नए विवाद को न्योता दे दिया। उन्होंने कहा कि हम बहुत-सा समय आरोप-प्रत्यारोप तथा बयानबाजी में नष्ट कर चुके हैं। अब समय आ गया है कि दोनों देशों के संबंधों के इतिहास में नया अध्याय लिखा जाए।
मनमोहन सिंह के बयान पर नई दिल्ली में भाजपा ने आपत्ति उठाई है। उसने कहा कि देश की जनता को यह टिप्पणी हजम नहीं होगी।
17वें दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) शिखर सम्मेलन के इतर गिलानी और सिंह ने करीब एक :ांटा बातचीत की। हिंद महासागर के तट पर बने शांग्रीला रिसॉर्ट में दोनों नेताओं ने भारत और पाकिस्तान से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने करीब आधे घंटे अकेले में बातचीत की। इतने ही समय दोनों देशों में आधिकारिक स्तर की बातचीत हुई। इसमें भारत की ओर से विदेशमंत्री एसएम कृष्णा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, विदेश सचिव रंजन मथाई, पाकिस्तान की ओर से विदेशमंत्री हिना रब्बानी खर, गृहमंत्री रहमान मलिक और सलमान बशीर मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को शांति पुरुष बताए जाने पर भाजपा ने सख्त ऐतराज जताया है। उसने कहा कि देश की जनता को यह टिप्पणी हजम नहीं होगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गिलानी को शांति पुरुष बताकर गलती की है। भारत और पाकिस्तान के बीच मुख्य मुद्दा सीमा पार आतंकवाद है। इस सिलसिले में पाकिस्तान ने ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे ऐसा आभास हो कि वह अपनी धरती से भारत के विरुद्ध चलाई जा रही आतंकी हरकतों को रोकने के लिए गंभीर है।
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