लखनऊ/बिजनौर। पिछले महिने की 25 तारीख को ब्राजील में एक अनोखी घटना हुई। यहां कुछ बच्चे पिकनीक मनाने के लिए गए हुए थे। पार्क में मस्ती करते हुए बच्चों की नजर पास के जंगल में एक अद्भुत आकति पर पड़ी। इसे देख सबके होश उड़ गए। बाद में पता चला यह आकृति किसी और की नहीं बल्कि एलियन की थी। धरती पर यूएफओ और एलियन का देखे जाने की घटना कई बार हो चुकी है। इस हालिया घटना ने एक बार फिर पृथ्वी से परे एक नए जीवन के बहस को तेज कर दिया है। याद दिला दें इसी तरह की घटना अक्तूबर 2009 में यूपी के बिजनौर में हुई थी। इस दिन आसमान में एक तेज रौशनी दिखाई दी। अपनी छत पर बैठे एक भाई-बहन की आंखे फटी की फटी रह गईं। दोनों ने इससे पहले इतनी तेज रौशनी कभी नहीं देखी थी। उन्होंने अपने मोबइल से उसका फोटो ले लिया। उन्होंने और जो कुछ बताया वह सब वाकई में अकल्पनीय था। क्या होता है यूएफओ यूएफओ (UFO) का मतलब उस "उड़न तश्तरी" और "उड़न डिस्क" से है जो अज्ञात होती है। यूएफओ शब्द खासकर विदेशी अंतरिक्ष यान के पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाता है और यूएफओ के बारे में अधिकतर चर्चाएं इसी अनुमान के इर्द गिर्द घूमती रहती हैं। यूएफओ वर्षों से जांच का विषय बना हुआ है जो प्रयोजन और वैज्ञानिक परिशुद्धता में व्यापक रूप से भिन्न पाया गया है। सरकारों या स्वतंत्र विद्वानों ने संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जापान, पेरू, फ्रांस, बेल्जियम, स्वीडन, ब्राजील, चिली, उरुग्वे, मैक्सिको, स्पेन, और सोवियत संघ में विभिन्न समय पर यूएफओ की रिपोर्टों की जांच की है। दिसंबर 1980 में इंग्लैंड के रैंडेलशैम जंगलों में दो बार यूएफओ देखे गए। इस इलाके में ब्रिटेन और अमेरिका के एयरफोर्स बेस थे। उनके अधिकारियों ने इन्हें देखा था। फिर भी रिसर्च में कुछ साबित नहीं हो सका। वहीं, 26 दिसंबर 1980 के दिन आरएएफ वुडब्रिज के सुरक्षा गार्डस ने रात तीन बजे जंगल के पास चमकती हुई लाइट्स देखी। उन्हें लगा कोई प्लेन गलती से यहां उतर गया होगा। पीछा करने पर पता चला ये विचित्र लाइट्स जंगल के पेड़ों के बीच से आराम से गुजर रही हैं। सबसे चमकीली लाइट एक अजीब-सी चीज से निकल रही थी
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