आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

15 नवंबर 2011

वसुंधरा ने चूमी ख्वाजा की चौखट और कहा प्रदेश को परीक्षा से निकालो!

अजमेर.पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार शाम सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की चौखट चूमने पहुंचीं। उन्होंने गरीब नवाज की मजार पर मखमल की चादर और अकीदत के फूल पेश कर राजस्थान को कठिन परीक्षा से उबरने और सबकी खुशहाली की मन्नत मांगी।

पूर्व मुख्यमंत्री राजे शाम करीब 5.30 बजे दरगाह पहुंची। उन्होंने मजार शरीफ पर अकीदत का नजराना पेश किया। खादिम सैयद अफशान चिश्ती ने उन्हें जियारत कराई, दस्तारबंदी की और तबरुक भेंट किया। जियारत के बाद राजे ने कहा कि वे ख्वाजा बाबा के दर्शन के लिए आई हैं। ख्वाजा साहब सबको सुखी रखें और खुश रखें। साथ ही राजस्थान जिस कठिन परीक्षा से गुजर रहा है, उससे उबारें।


तस्वीर भेंट की :

इधर सूफी कल्चर फाउंडेशन की ओर से सैयद अफशान चिश्ती ने राजे को दरगाह की तस्वीर भेंट की।

ब्रह्मा मंदिर के किए दर्शन :

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने बूढ़ा पुष्कर के बाद पुष्कर पहुंचकर सृष्टि रचयिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए तथा मंदिर महंत स्वामी लहरपुरी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।

पुष्कर में पूर्व पालिकाध्यक्ष व मौजूदा पार्षद भिड़े

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुष्कर आगमन पर पुष्कर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता व पार्टी के पार्षद आपस में उलझ गए। दोनों के बीच जमकर तू-तू-मैं-मैं हुई तथा आपस में गाली-गलौज करने लगे।

विवाद बढ़ता इससे पहले मौके पर मौजूद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बीच में हस्तक्षेप कर मामला शांत करवा दिया। हुआं यूं कि पूर्व पालिकाध्यक्ष गोपाल लाल शर्मा वसुंधरा के स्वागत के लिए ब्रह्मा मंदिर के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच खड़े थे।

इसी बीच वसुंधरा के साथ बूढ़ा पुष्कर से भाजपा के पार्षद शक्तिसिंह शेखावत भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने टिप्पणी करते हुए पूर्व पालिकाध्यक्ष शर्मा से कहा कि आप कब से भाजपा में शामिल हो गए। यह बात शर्मा को नागवार लगी और वे भड़क गए। इससे दोनों के बीच जमकर विवाद छिड़ गया। दोनों में जमकर तकरार और गाली-गलौज होने लगी।

मदेरणा प्रकरण से झुका प्रदेश का सिर

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भंवरी देवी व पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से पूरे राजस्थान का सिर शर्म से झुक गया है। ऐसे में सिर्फ मंत्रिमंडल का इस्तीफा ही काफी नहीं है, बल्कि राजस्थान की पूरी सरकार को इस्तीफा देना चाहिए।

पुष्कर यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि गहलोत सरकार के मंत्री पिछले तीन सालों से क्या-क्या कर रहे थे अब सब घटनाएं एक-एक करके जनता के सामने आ रही हैं। ऐसी घटनाओं से जनता का गहलोत सरकार से विश्वास उठता जा रहा है।

उन्होंने भंवरी प्रकरण एवं पत्रकारों पर हमले के संबंध में पूछे गए सवालों का यह कहते हुए जवाब देने से इंकार कर दिया कि वे इस संबंध में पहले कई बार बोल चुकी हैं।

चेयरमैन को महंगा पड़ा स्वागत :

मेड़ता नगर पालिका के चेयरमैन अनिल थानवी को बूढ़ा पुष्कर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का स्वागत करना उस वक्त महंगा पड़ गया जब अज्ञात जेबतराश ने उनकी जेब से 26 सौ रुपए पर हाथ साफ कर दिया। इसके अलावा रावत नेता मोहन सिंह रावत की जेब में रखे 13 सौ रुपए पर अज्ञात चोरों ने हाथ साफ कर दिया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...