नई दिल्ली. आए दिन अपने ऊपर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से आजिज आ चुकी टीम अन्ना ने सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला है। टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने टीम के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती दी है। केजरीवाल ने कहा है कि वो अपनी संस्था को मिली दान में रकम वापस कर देंगे यदि बीजेपी और कांग्रेस भी ऑनलाइन हासिल की गई रकम लौटा दे।
केजरीवाल ने टीम अन्ना के किसी सदस्य के खिलाफ 10 रुपये का भी भ्रष्टाचार साबित करने की चुनौती देते हुए कहा, ‘हमने अपने बैंक को 42 लाख रुपये की रकम लौटाने को कहा है जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं है। उन्होंने कहा, ‘27 हजार से अधिक लोगों ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन को दान दिया है जो 2 करोड़ रुपये के करीब है।’
गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने जनलोकपाल कानून न बनने की स्थिति में एक बार फिर अनशन करने की चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर यह कानून नहीं पास होता है तो वह शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन से अनशन पर बैठ जाएंगे। अन्ना ने प्रधानमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को एक बार फिर चिट्ठी लिखकर जनलोकपाल बिल पारित करने की मांग की है (पूरी चिट्ठी पढ़ने के लिए रिलेटेड लिंक पर क्लिक करें)। संसद का शीतकालीन सत्र इस साल 22 नवंबर से 21 दिसंबर तक चलेगा।
लेकिन इस चिट्ठी को लेकर सरकार की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है, 'सरकार ने जनलोकपाल बिल पर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। समझ में नहीं आ रहा है कि बार-बार चेतावनी देने की क्या जरूरत है।'
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे अन्ना हजारे को दोहरा समर्थन मिला है। अब आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर भ्रष्टाचार के खिलाफ खुल कर सामने आए हैं। वह सात नवंबर से भ्रष्टाचार के खिलाफ यात्रा पर निकल रहे हैं।
लेकिन उनकी यात्रा के कार्यक्रम पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने तीखी टिप्पणी की है। सिंह ने कहा है, 'परमार्थ घर से शुरू होता है। क्या श्री श्री को अपने अभियान की शुरुआत कर्नाटक से नहीं करनी चाहिए? पर, प्यार अंधा होता है।' उनकी इस टिप्पणी पर श्री श्री रविशंकर ने पलटवार करते हुए कहा है कि वह कर्नाटक में भ्रष्टाचार के बारे में हर दिन बात करते हैं। श्री श्री ने ट्विट किया है, ‘मैंने कर्नाटक, गोवा और गुजरात का दौरा किया है। हमें इस पर ताज्जुब होता है कि कैसे लोगों को इतनी भी जानकारी नहीं होती।’
दिग्विजय ने आंदोलन का हिसाब-किताब का ब्यौरा सार्वजनिक करने के मामले में टीम अन्ना पर भी निशाना साधा और कहा कि यह तो केवल सुपरहीरो ही कर सकता है कि अज्ञात लोगों से दान ले और फिर उसे लौटा भी दे।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 नवंबर 2011
अन्ना की अनशन की 'धमकी' पर भड़की सरकार, केजरीवाल ने भी दी चुनौती
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