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08 नवंबर 2011

भंवरी पर 10 सवाल और घेरे में आ गए मुख्यमंत्री!



जयपुर.भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से कांग्रेस की ओर से 10 सवाल पूछने के बाद मुख्यमंत्री और कांग्रेस पर पलटवार किया है।

विधायक कालीचरण सराफ, राजपाल सिंह शेखावत, मोहनलाल गुप्ता, अशोक परनामी और प्रदेश उपाध्यक्ष सुमन शर्मा ने मंगलवार को संयुक्त बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भंवरी देवी की मुलाकात के प्रमाण सामने आने के बाद अब कांग्रेस नेताओं को ये भी बता देना चाहिए कि मुख्यमंत्री दौड़-दौड़ कर बार-बार मुंबई क्यों जाते हैं?

कांग्रेस के नेता ये भी स्पष्ट करें कि कैबिनेट मंत्री महिपाल मदेरणा को बर्खास्त करने वाले मुख्यमंत्री दलित भंवरी देवी के मामले में इस्तीफा देंगे या नहीं, जो अपने आपको दलितों का हितैषी बताते आए हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता आडवाणी से मनगढ़ंत और मिथ्या आरोपों का जवाब मांगने के बजाय वह सीडी देख लेते जिसमें सफेद खादी पहन कर बगुला भगत बने कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का चाल, चरित्र और चेहरा दृश्यों में बिल्कुल साफ-साफ दिखाई दे रहा है।

भाजपा सरकार पर लगा एक भी आरोप कांग्रेस सरकार सिद्ध नहीं कर पाई है, जबकि आरोपों की जांच में पूरी प्रशासनिक फौज झोंक दी गई थी। अब तक के इतिहास में भ्रष्टतम साबित हो चुकी इस सरकार के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने और जनता का ध्यान बांटने के लिए कांग्रेस के ये नेता मिथ्या आरोप लगा रहे हैं

भाजपा ने किए जवाबी सवाल

>भाजपा पर मिथ्या आरोप लगाने वाले कांग्रेस के ये नेता जवाब दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनका पूरा मंत्रिमंडल भ्रष्टाचार कर रहा है, इसके बावजूद कांग्रेस आलाकमान चुप क्यों है?

>मुख्यमंत्री के दीप दर्शन, जलमहल, बोरानाडा रीको औद्योगिक क्षेत्र, कल्पतरू की शुभम लॉजिस्टिक कंपनी के वेयर हाउस और होटल मेरिडियन की भूमि के रूपांतरण के घोटालों के बारे में कांग्रेस आलाकमान क्या कर रहा है?

>गहलोत सरकार में तीन मंत्रियों को टीवी पर पैसा लेते दिखाया था। कांग्रेस ने उस समय क्या कार्रवाई की

>कांग्रेस के नेता ये बताएं कि मुहणोत और कोठारी से मुख्यमंत्री का किन-किन प्रोजेक्ट्स में हिस्सा है। जलमहल मामले में बटोरा गया पैसा मुख्यमंत्री के अलावा दिल्ली के किन-किन कांग्रेसी नेताओं के ब्रीफकेस में पहुंचा है?

>आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता जवाब दें कि भीलवाड़ा में पारसा देवी की संदिग्ध मौत के मामले में वन मंत्री रामलाल जाट, नए जयपुर के घोटाले में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, अनाज पिसाई घोटाले में खाद्य मंत्री बाबूलाल नागर, बेटों को वन भूमि में खानें और अवैध क्रेशर के मामले में मोटर गैराज मंत्री भरोसीलाल जाटव, लोकायुक्त जांच के दायरे में आए सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा, जलमहल घोटाले और अफोर्डेबल पॉलिसी के तहत आचार संहिता के खिलाफ अपने बेटे को ठेका देने के मामले में पर्यटन मंत्री बीना काक, महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में शिक्षा मंत्री भंवरलाल मेघवाल पर लगे गंभीर आरोपों की कांग्रेस ने अब तक जांच क्यों नहीं करवाई?

कौन जाएगा, कौन आएगा?

समझा जाता है कि मंत्रिमंडल फेरबदल में जिन आठ मंत्रियों को आलाकमान की नाराजगी की वजह से हटाया जा सकता है, उनमें छह कांग्रेस के और दो निर्दलीय हैं।

हाईकमान ने तीन मुस्लिमों को मंत्री और संसदीय सचिवों के रूप में शामिल करने के संकेत दिए हैं। इनमें जकिया, अलाउद्दीन आजाद और सालेह मोहम्मद के नाम बताए जा रहे हैं।

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