छपरा.मंगलवार 11 अक्टूबर से लालकृष्ण आडवाणी की जन चेतना यात्रा शुरू हो चुकी है। लेकिन भाजपा ने रथयात्रा पर होने वाले खर्चों का खुलासा किए जाने की मांग पर चुप्पी ओढ़ ली है।
उल्लेखनीय है कि आडवाणी की यह यात्रा 23 राज्यों और चार केन्द्र शासित क्षेत्रों से गुजरते हुए 38 दिन में करीब 7600 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यात्रा के दौरान वह अपने सहयोगियों के साथ रथ के अलावा कई बार हवाई यात्रा भी करेंगे करेंगे।
आडवाणी के इस हाई टेक रथ के साथ पार्टी के नेताओं को लेकर चलने वाली दर्जनों गाड़ियों भी होंगी। इसके अलावा पार्टी ने रथयात्रा को कवर करने के लिए मीडियाकर्मियों को भी न्योता दिया है
यात्रा के संयोजक और पार्टी के महासचिव अनंत कुमार से जब इस यात्रा के खर्चे के बारे में पूछा गया तो कुमार ने सीधा जवाब न देते हुए कहा कि यह यात्रा जनता की भागीदारी से और मितव्ययिता से संचालित होगी।
यह पूछने जाने पर पर कि क्या भाजपा इस यात्रा पर आने वाले खर्च को उसी तरह अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक करेगी,जिस तरह गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने अपने आंदोलन पर हुए खर्च को लेकर किया था,कुमार ने कहा कि इस यात्रा का व्यापक बजट नहीं हो सकता। इस यात्रा में पार्टी की स्थानीय इकाइयां योगदान करेंगी।
गौरतलब है कि जन चेतना यात्रा रथ सोमवार की शाम पटना पहुंची। रथ को पुणे (महाराष्ट्र) में डिजाइन किया गया है। 84 वर्षीय आडवाणी को ध्यान में रखते हुए इसे हाईटेक बनाया गया है। बस के अंदर सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित इस बस में एक छोटा सा मीटिंग हॉल,बेडरूम तथा शौचालय है। इसके अलावा दुनिया से जोड़ने के लिए डीटीएच, इंटरनेट, और लिफ्ट लगाया गया है। जरूरत पड़ने पर आडवाणी बस की छत से लोगों को संबोधित कर सकते हैं।
रथ के चारों तरफ होगी चालक की नजर:ड्राइविंग सीट को भी हाईटेक बनाया गया है। स्टीयरिंग के पास लगे स्क्रीन से ड्राइवर बस के बाहर तथा नीचे भी नजर रख सकता है।
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