कलानौर.लाल मसीह की शाही कब्र में दफन होने की तमन्ना पूरी होने की घड़ी आ ही गई। गांव संतोखराय के रहने वाले लाल मसीह ने 11 साल पहले एक जनवरी 2000 को अपने घर के आंगन में अपने लिए एक शाही कब्र तैयार करवा ली थी। अपनी सरजमीं में दफन होने की इच्छा रखने वाले लाल मसीह शुक्रवार को इस जहान को अलविदा कह गए।
लाल मसीह ने अपनी कब्र को भव्यता देने के लिए सफेद रंग के संगमरमर के पत्थर से जड़वाया और अपने लिए कीमती ताबूत भी बनवा लिया था। लाल मसीह के चचेरे भाई डेनियल मसीह ने बताया कि सालवेशन आर्मी के मेजर रहे पर्यावरण प्रेमी लाल मसीह ने कब्र के चारो तरफ सुंदर बगीचा भी तैयार करवाया था।
लाल मसीह का सारा परिवार विदेश में रहता है। लाल मसीह चाहता तो विदेश में जाकर अच्छा जीवन जी सकता था लेकिन उसकी इच्छा अपनी सरजमीं में ही खाक होने की थी, इसलिए वह अपने परिवार को मिलने विदेश नहीं जाता था।
कुछ दिनों से बीमार चल रहे लाल मसीह ने सीएमसी अस्पताल में शुक्रवार को दम तोड़ दिया। शनिवार को उसका परिवार शहाना तरीके से उसे सुपुर्द-ए-खाक करेगा।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 अक्तूबर 2011
मौत के पहले ही बनवा दिया था कब्र, अब होंगे दफन
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