अजमेर.श्रम विभाग में पंजीकृत एक स्थानीय श्रमिक अपनी बेटी का कन्यादान प्राप्त करने के लिए श्रम विभाग के चक्कर काट रहा है। राज्य सरकार ने श्रमिक कल्याण योजना के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों को बेटी के विवाह में 51000 हजार रुपए की राशि बतौर कन्यादान देने की घोषणा की थी। अजमेर संभाग में अब तक किसी भी श्रमिक को उक्त राशि नहीं दी गई।
विवेकानंद कॉलोनी निवासी सोहनलाल पेशे से मजदूर है। गत 16 जुलाई को उसकी बेटी राजकुमारी का विवाह सूरज के साथ हुआ था। सोहनलाल ने विवाह की जानकारी श्रम विभाग को देकर सहायता के लिए कन्यादान की राशि मांगी थी। लेकिन विवाह के चार माह बाद तक भी उक्त राशि नहीं दी जा सकी।
सोहनलाल इसके लिए श्रम विभाग के कई चक्कर काट चुका है लेकिन नतीजा सिफर रहा। जबकि योजना में कन्यादान विवाह वाले दिन देने की घोषणा की गई थी। इस मामले में अजमेर मेरवाड़ा कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन ने संभागीय संयुक्त श्रम आयुक्त को पत्र लिखकर कन्यादान की राशि देने की मांग की है।
श्रमिकों का पैसा है फिर क्यों देरी?
अजमेर मेरवाड़ा कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन के संरक्षक विजय वालिया ने बताया कि राज्य सरकार ने निर्माणों कार्यो पर ठेकेदारों से करोड़ों रुपए सैस राशि की वसूली है। सैस श्रमिकों के कल्याण के लिए लिया गया है। इसके बावजूद श्रमिक कल्याण बोर्ड ने अब तक इस राशि में से संभाग में ना तो किसी श्रमिक की बेटी को कन्यादान दिया और ना ही किसी मृत्युकारित श्रमिक के परिवार को मुआवजा।
समय पर करें भुगतान
श्रमिकों का कहना है कि सरकार श्रमिक कल्याण की राशि का समय पर भुगतान करे। ताकि राशि का उचित उपयोग किया जा सके। बेटी के विवाह के लिए दी जाने वाली 51000 रुपए की कन्यादान की राशि यदि विवाह से एक दिन पूर्व या उसी दिन दे दी जाए तो विवाह में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अमूमन श्रमिकों को बेटी के विवाह, किसी बीमारी के इलाज के लिए या फिर अन्य किसी काम के समय उधार रकम लेकर व्यवस्था करती पड़ती है। इस वजह से संभाग में कई श्रमिक कर्जदार तक हो चुके हैं
"कन्यादान के लिए श्रमिक कल्याण बोर्ड जयपुर को लिखा गया है। बोर्ड के निर्णय के बाद कन्यादान की राशि दी जाएगी। "
आरपी पारीक संभागीय संयुक्त श्रम आयुक्त
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)