इसे दुनिया का सबसे ख़तरनाक पैदल रास्ते के तौर पर जाना जाता है। 330 फीट से अधिक ऊंचाई पर जान को हथेली पर रखते हुए कोई भी इंसान यहां चलते हुए एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखता है।
खतरनाक रास्ते के रूप में मशहूर 110 साल पुराने एक कैमिनिटो डेल रे को अगले साल सुधारा जाएगा। लेकिन इससे पहले भी खतरनाक तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुके इस मार्ग पर कई जांबाच सैलानी जा चुके हैं। हांलाकि काफी अधिक क्षतिग्रस्त होने की वजह से इस रास्ते के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन फिर भी कुछ एडवेंचर कंपनियां गुपचुप तरीके से सैलानियों को उनके रिस्क पर यहां ले जाती हैं।
यह खुलासा यू-ट्यूब पर एक वीडियो आने के बाद हुआ। एडवेंचर कंपनियों के अनुसार इस जोखिम भरी ट्रिप पर जाने के लिए किसी ख़ास अनुभव की भी ज़रूरत नहीं है। इसके लिए वॉकर की उम्र केवल 12 साल से अधिक होनी चाहिए और उनकी हेल्थ और हाइट सही होनी चाहिए।
गौरतलब है कि इस रास्ते को किंग्स पाथवे के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण 1905 में हुआ था, जिसका इस्तेमाल दो हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट्स के बीच में जाने होता था। लेकिन दो मज़दूरों की इस रास्ते से नीचे गिरकर मौत के बाद इसे सन् 2000 में उस बंद कर दिया था। इस इलाके में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस रास्ते को सुधारा जाएगा और इस प्रोजेक्ट के लिए 8.3 मिलियन डॉलर का प्रस्ताव भी पास कर दिया गया है।
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