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25 अक्तूबर 2011

दुर्लभ संयोग वाली दिवाली आज, राशि अनुसार ऐसे करें महालक्ष्मी की पूजा

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इस बार दिवाली पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। दस साल बाद तुला राशि में चार ग्रहों का मिलन, चित्रा नक्षत्र और सात साल बाद बुधवार का विशेष संयोग रहेगा। ये संयोग वैभव, स्थायित्व और सुख-समृद्धि की दृष्टि से श्रेष्ठ रहेंगे।

पं. रामदेव पांडेय के मुताबिक 17 अक्टूबर को सूर्य ने कन्या राशि को छोड़कर तुला राशि में प्रवेश किया था। इसके बाद 26 अक्टूबर को दीपावली पर पूर्वाह्न 11 बज कर 59 मिनट पर चंद्रमा का तुला राशि में प्रवेश होगा। इस तरह तुला राशि में दिवाली पर सूर्य, बुध, शुक्र और चंद्रमा विचरण करेंगे। तुला में चतुग्र्रही योग के साथ जहां सूर्य का नीच-भंग राजयोग बनेगा।

राशि के अनुसार करें पूजा

मेष : श्रीयंत्र अभिमंत्रित कर पूजा स्थान पर रखें। खीर का भोग लगाएं। सोने का सिक्का खरीदें।
वृष : यश लक्ष्मी की आराधना करें। पत्नी को चांदी की पायल भेंट करें। लाल कपड़े में चांदी का सिक्का बांध कर धन रखने के स्थान पर रखें।
मिथुन : आयु लक्ष्मी की पूजा करें। 501 ग्राम छुआरे लाल कपड़े में बांध कर वाहन में रखें। हरी साड़ी गिफ्ट दें।
कर्क : वाहन लक्ष्मी की स्तुति करें। 7 लाल हकीक लाल कपड़े में बांध कर धन रखने के स्थान पर रखें।
सिंह : वैभव लक्ष्मी का पाठ शुभ समाचार देगा। सोने का सिक्का खरीदें। तुलसी के पास लगी घास गल्ले में रखें।
कन्या : संतान लक्ष्मी की साधना करें। तांबे के पात्र से घर के आंगन में सुबह-सुबह जल डालें। चांदी का बर्तन या इलेक्ट्रॉनिक आइटम ले लें।
तुला : भवन लक्ष्मी को ध्यावें। किसी तालाब की मिट्टी लाकर घर में रख लें। वृद्धि होगी।
वृश्चिक : आयु लक्ष्मी की पूजा करें। लाल, ब्राउन, चाकलेट रंग का फर्नीचर खरीदें, मोर पंख पूजा स्थल पर रख लें।
धन ु: स्थिर लक्ष्मी का पूजन करें । स्वर्णाभूषण लेंगे तो संपत्ति बढ़ेगी। एक मुट्ठी सरसों अपनी देहली पर छिड़क दें। रोग सदा के लिए दूर रहेगा।
मकर : प्रथम गणोशजी
का पूजन करें, फिर लक्ष्मी जी का। नीलकमल अर्पित करें। काले वाहन, गैस, बर्तन खरीदें।
कुंभ : धन लक्ष्मी की पूजा फलदायक होगी। प्रवेश द्वार पर बड़ा दिया जलाएं, चिमनी रख दें ताकि सुबह तक जले। लेदर बैग या चमड़े की कोई आइटम किसी को गिफ्ट करें।
मीन : भगवती लक्ष्मी का पूजन नैया
पार लगाएगा। एक्वेरियम रखने से धन संचित होगा।

पूजा की सामग्री

रोली, मौली, 5 सुपारी, धूप, 5 पान के पत्ते, लौंग, 5 इलायची, फूल माला, 5 फल, दूध आधा किलो, दही 250 ग्राम, शहद, केसर, लक्ष्मी-गणोश की फोटो या मूर्ति, आम के पत्ते, कपूर, जनेऊ, चंदन, दूब, मिट्टी के दीये-12 छोटे एक बड़ा, सरसों का तेल।

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