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29 अक्तूबर 2011

अब केजरीवाल की पत्‍नी पर टेढ़ी हुई सरकार की नजर? राजस्‍व विभाग ने मांगा जवाब


नई दिल्‍ली. अरविंद केजरीवाल की पत्‍नी भी अब सरकारी जांच के दायरे में आ गई हैं। वित्‍त मंत्रालय में राजस्‍व विभाग की ओर से कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखी गई है। इसके जरिए स्‍पष्‍टीकरण पूछा गया है कि सुनीता केजरीवाल की प्रतिनियुक्ति (डेपुटेशन) कैसे एकतरफा तौर पर बढ़ा दी गई।

सुनीता मजबूत लोकपाल के लिए मुहिम चला रहे अन्‍ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल की पत्‍नी हैं। वह आयकर विभाग में वरिष्‍ठ अधिकारी हैं और इन दिनों सीरियस फ्रॉड इनवेस्टिगेशन ऑफिस (एसएफआईओ) में प्रतिनियुक्ति पर हैं। उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि कुछ महीने पहले ही खत्‍म हो गई थी, लेकिन इसे बढ़ा दिया गया। इसके लिए उनके मूल विभाग से मंजूरी नहीं ली गई। राजस्‍व विभाग को इसी पर आपत्ति है। इससे पहले अरविंद को भी 9.2 लाख का बकाया जमा करने के लिए आयकर विभाग से नोटिस भेजा जा चुका है।

आयकर विभाग ने टीम अन्‍ना की एक और अहम सदस्‍य किरण बेदी की अगुवाई में चल रहे दो गैर सरकारी संगठनों को भी नोटिस भेजा है। इंडिया विजन फाउंडेशन और नवज्‍योति इंडिया फाउंडेशन को भेजे नोटिस पर बेदी का कहना है कि वह निश्चित समय सीमा के भीतर नोटिस का उचित जवाब देंगी। सूत्रों ने बताया कि यह नोटिस एनजीओ की गतिविधियों की जांच के लिए भेजा गया है। नोटिस के जरिए जांचा जाएगा कि आम जनता के लाभ के लिए की जा रही गतिविधियां वाणिज्यिक तो नहीं है यानी दी जा रही सेवाएं किसी प्रकार के शुल्क को लेकर तो नहीं की जा रही हैं।

वित्त मंत्रालय के सूत्र ने कहा कि ‘हम किसी विशेष एनजीओ को लक्ष्य नहीं कर रहे हैं। हमने बहुत से दूसरे एनजीओ को भी नोटिस भेजा है जिसमें किरन बेदी का एनजीओ भी शामिल है।’ उधर इंडिया विजन फाउंडेशन व नवज्योति फाउंडेशन की स्थापना करने वाली किरण बेदी कहती हैं कि उनका एनजीओ वाणिज्यिक गतिविधियों में लिप्त नहीं हैं। वे कहती हैं, ‘हम लाभ के लिए किसी प्रकार की वाणिज्यिक गतिविधियां नहीं कर रहे हैं और राजस्व अधिकारियों के समक्ष अपने एकाउंट स्टेटमेंट दायर कर रहे हैं। ’

केजरीवाल को मिलेगा समय

अन्ना की कोर टीम के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल को भेजे गए पत्र के संबंध में सूत्र ने बताया कि केजरीवाल अगर समय मांगते हैं तो उन्हें समय दिया जाएगा। यह कोई नोटिस नहीं है जिसमें मांगी गई राशि समय पर न जमा किए जाने पर वसूली की कार्रवाई की जाती है। केजरीवाल ने स्वयं स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है जिसके लिए उन्हें आवश्यक शर्तों को पूरा करना होगा।

आपको पता है केजरीवाल अन्ना के साथ जन्लोक्पाल बिल को लेकर सरकार के खिलाफ ज़बरदस्त बिना झुके बिना रुके आन्दोलन कर रहे हैं ऐसे में सरकार द्वारा उनकी पत्नी को परेशान कर उन्हें नोटिस देना और उनका तबादला कर उन्हें परेशान करना क्या वाजिब बात है क्या देश की परम्परा ऐसे ही परिवार वालों से बदला लेकर उन्हें डराने धमकाने की है जो लोग आन्दोलन को घर की ओरतों पर धमकियों का माहोल पैदा कर प्रतिक्रियाएं देते हैं उन्हें इस देश में क्या कहेंगे .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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