इसकी वजह थी कि ऊंचे स्थानों पर सर्द मौसम लंबे समय के लिए मौजूद रहा। ठंड में ओजोन की पर्तों को नष्ट करने वाला क्लोरीन रसायन बहुत अधिक सक्रिय होता है। हालांकि इससे संबंधित आंकड़े पहले प्रकाशित हो चुके हैं, लेकिन पूरा विश्लेषण पहली बार छपा है।
ओजोन की पर्तो को नष्ट करने वाले क्लोरोफ्लोरोकाबर्स फ्रिज और अग्निशामक यंत्रों के इस्तेमाल से बाहर आते हैं। इनका प्रभाव सबसे पहले दक्षिणी ध्रुव के क्षेत्र में दर्ज किया गया था। ओजोन की पर्ते सूरज से निकलनेवाली तेज किरणों (अल्ट्रावॉयलेट) को रोकती हैं।
sunder prastuti..hardik badhayee aaur amantran ke sath
जवाब देंहटाएंshaandar prastuti
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