असत्य पर सत्य की जीत 'रावण' फिल्म के बारे में शाहरूख ने कहा कि रामायण की भांति इसमें भी खराब और अच्छे पात्र हैं। असत्य पर सत्य की जीत की यह कहानी है, जिसे कहने में तकनीक का भरपूर प्रयोग किया गया है। हमारे आसपास की दुनिया तकनीक से भरी हुई है। मसलन, मोबाइल, फ्रीज, टीवी, पैनड्राइव आदि। इनमें से रा-वन नामक असत्य का प्रतीक व्यक्ति विश्व पर हुकूमत साबित करना चाहता है जिसे जी-वन (शाहरूख के पात्र का नाम) नामक व्यक्ति चुनौती देता है।
खैर, यह तो रही फिल्मों की बातें, जिनके सवालों के जवाब शाहरुख ने फटाफट दे डाले लेकिन यहां पर एक सवाल ऐसा था, जिसका जवाब वे नहीं दे सके। एक पत्रकार ने शाहरुख से मोदी के बारे में सवाल पूछ लिया कि क्या मोदी प्रधानमंत्री बन सकते हैं?
शाहरुख यह सवाल सुनते ही चौंक गए। एक पल वे सोच में पड़ गए और हंसते हुए बोले...'प्लीज मुझसे राजनीति से जुड़े सवाल न करें'। रही मोदीजी की बात तो उनके बारे में की गई किसी भी टिप्पणी (अच्छी या बुरी) से मैं मुसीबत में फंस जाऊंगा। मैं सूरत से वापस नहीं जा पाऊंगा।
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