उसकी बोलेरो में पोकरण क्षेत्र के लोगों की 159 रजिस्ट्रियां, डीएलसी रजिस्टर व सर्कुलर फाइलें आदि भी बरामद हुई हैं। ब्यूरो टीम उससे गहन पूछताछ कर रही है, साथ ही जयपुर के चित्रकूट क्षेत्र में स्थित उसके आवास की तलाशी भी ले रही है।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि मुख्यालय से निर्देश थे कि दीपावली के बाद घर जा रहे अफसरों पर नजर रखी जाए। इस पर उन्होंने रेंज की सभी चौकियों को अलर्ट कर रखा था।
शुक्रवार सुबह सूचना मिली कि पोकरण तहसीलदार बंशीधर सिंह काफी रुपया लेकर एक निजी बोलेरो से जयपुर अथवा झुंझुनूं जा रहा है। डीआईजी ने बंशीधर सिंह को पकड़ने के लिए पोकरण से बीकानेर, जोधपुर व नागौर जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी कराई। करीब तीन बजे यह बोलेरो बीकानेर के दीनदयाल सर्किल पर पकड़ी गई। ब्यूरो के एएसपी रवि गौड़ ने बोलेरो में सवार तहसीलदार का बैग चैक किया तो उसमें 1.80 लाख रुपए बरामद हो गए। इन रुपयों के बारे में तहसीलदार के पास कोई उचित जवाब नहीं था।
पूरा ‘कार्यालय’ बोलेरो में :
तहसीलदार 29 अक्टूबर तक छुट्टी पर जा रहा था। घर जाने के लिए उसने बादेवा पंचायत के सरपंच की बोलेरो ली थी। बोलेरो की तलाशी में ब्यूरो टीम को 159 रजिस्ट्रियां, सर्कुलर फाइल और डीएलसी रजिस्टर आदि भी बरामद हुए। ये सभी रजिस्ट्रियां तैयार थीं, मगर उन्हें घर ले जाने के बारे में वह सही उत्तर नहीं दे पाया। ब्यूरो को संदेह है ये रजिस्ट्रियां सौंपने के लिए भी वह लोगों से वसूली करना चाहता था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)