नई दिल्ली. बुधवार को दो अन्य युवकों के साथ प्रशांत भूषण पर हमला करने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा है कि उसे अपने किए पर कोई शर्मिंदगी नहीं है और चेतावनी दी है कि वह प्रशांत पर फिर हमला कर सकते हैं।
एक निजी चैनल से बातचीत में बग्गा ने कहा कि वह प्रशांत भूषण के उस सुझाव से बेहद खफा थे, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। बग्गा ने कहा कि वह अन्ना हजारे का भ्रष्टाचार के मुद्दे पर समर्थन करते हैं, लेकिन अगर किसी ने कश्मीर को भारत से अलग किए जाने या अफजल गुरु या अजमल कसाब के समर्थन की बात करेगा तो चुप नहीं बैठेंगे।
लेकिन बुधवार के हमले के बावजूद अन्ना हजारे के सहयोगी और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के तेवर सख्त बने हुए हैं। प्रशांत ने खुद पर हुए हमले को देश में फासीवादी ताकतों के सिर उठाने और उनकी जड़ें मजबूत होने का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम सेना जैसे संगठनों का पहले तो सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और सरकार को भी इन पर पाबंदी लगाना चाहिए। कश्मीर के बारे में भूषण ने फिर कहा कि वहां रायशुमारी कराने में कुछ भी गलत नहीं है।
भूषण ने एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि बढ़ती असहिष्णुता चिंता की बात है। उन पर हुए हमले से यह बात साबित हुई है कि देश में फासीवादी ताकतें मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि किसी को किसी की बात से असहमत होने का अधिकार तो है, लेकिन पिटाई कर असहमति जताने का हक नहीं हो सकता। हमलावर फासीवादी मानसिकता के थे।
भूषण ने कहा कि श्रीराम सेना जैसे संगठन भारत में मजबूत हो रहे हैं। समाज को समझना चाहिए कि फासीवादी मानसिकता को बर्दाश्त करना ठीक नहीं होगा। इसलिए श्रीराम सेना जैसे संगठनों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। फिर सरकार को भी इस पर पाबंदी लगाना चाहिए, क्योंकि खुले आम हिंसा करने वालों को कानूनी मान्यता नहीं दी जा सकती। तेजेंदर बग्गा ने खुलेआम ऐलान किया है कि जो देश तोड़ने की बात करेगा, वह उसका सिर तोड़ देगा। ऐसी विचारधारा कानूनसम्मत नहीं है और ऐसे संगठन को कानूनी मान्यता नहीं मिलनी चाहिए।
भूषण ने कहा कि वह अपने ऊपर हुए हमले से चिंतित या डरे नहीं हुए हैं। सुरक्षा लेने के सवाल पर वह बोले कि परिवार के लोग, दोस्त और शुभचिंतक सुरक्षा के लिए कह रहे हैं। इस पर विचार कर सोचा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा ले लेने भर से कोई व्यक्ति सुरक्षित नहीं हो जाता, क्योंकि सुरक्षा में सेंध भी लग जाती है।
भूषण बुधवार को खुद पर हुए हमले के लिए श्रीराम सेना को जिम्मेदार बता रहे हैं, जबकि सेना के प्रमुख प्रमोद मुथालिक ने कहा है कि हमले से उनके संगठन का कोई लेनादेना नहीं है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 अक्तूबर 2011
प्रशांत भूषण बोले- नहीं बदलूंगा बयान, बग्गा ने कहा- फिर करूंगा पिटाई
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