आपका-अख्तर खान

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06 अक्तूबर 2011

चूसकर फेंकने को दिल नहीं करता।

एक बुढ़िया बस कंडक्टर को रोज काजू-बादाम खाने को देती थी। कंडक्टर- अम्मा, आप मुझे रोज काजू-बादाम क्यों खिलाती हैं? बुढ़िया- बेटा, दांत तो रहे नहीं और चूसकर फेंकने को दिल नहीं करता।

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