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11 अक्तूबर 2011

आज के चांद में होंगी ये 2 अनूठी बातें..! गौर करनेवाले पर बरसेगी लक्ष्मी



धन और पुण्य का गहरा संबंध है, यानी धनवान बनने का सकारात्मक पक्ष विद्या, शील व कुलीनता के रूप में सामने आता है। वहीं धनहीन होने पर ये तीनों गुण नष्ट हो सकते हैं। धर्मशास्त्र भी पिछले जन्म के सद्कर्म वर्तमान में धन प्राप्ति का कारण बताते हैं और ऐसा धन ही पुण्य कर्मों की प्रेरणा भी।

इस तरह जीवन में सारे कर्म-धर्म और कलाओं में दक्षता के पीछे धन की भूमिका अहम होती है। जीवन में धन की इसी अहमियत को जानते हुए धर्मशास्त्रों में अच्छे कर्म से धन संचय के उद्देश्य से कुछ खास घडिय़ों पर विशेष देव उपासना का महत्व बताया गया है। इसी कड़ी में शरद पूर्णिमा (आज रात) पर चंद्रदर्शन व देवी लक्ष्मी की उपासना का महत्व है।

असल में देवी लक्ष्मी धन का देवीय स्वरूप ही है। धार्मिक दृष्टि से भी देवी लक्ष्मी की उपासना दरिद्रता का नाश कर वैभव संपन्न बनाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरद पूर्णिमा पर दिखाई देने वाले पूर्ण कलाओं युक्त चंद्रमा में मौजूद 2 अनूठी बातें किसी भी इंसान को लक्ष्मी की अपार कृपा का पात्र बना सकती हैं? यह दो बातें शास्त्रों में अच्छे कर्मों से धन संचय के लक्ष्य को भी सार्थक करती है। जानते हैं शरद पूर्णिमा के चांद की ये 2 विशेष बातें -

लक्ष्मी कृपा देने वाले शरद पूर्णिमा के चंद्रमा की दो खासियत है - रोशनी और शीतलता। रोशनी, यानी प्रकाश ज्ञान स्वरूप माना जाता है। संकेत है कि व्यावहारिक जीवन में अधिक से अधिक ज्ञान अर्जन ही दक्ष, कुशल व माहिर बनाता है, यानी ज्ञान, गुणी बनने के साथ धनी बनने का मार्ग आसान करता है।

दूधिया रोशनी के साथ चंद्रमा की एक ओर विशेषता - शीतलता, यानी ठंडक यही संकेत करती है कि स्वभाव से शांत, वाणी से मधुर बने व व्यवहार मे विनम्रता को अपनाए। प्रतीकात्कात्मक रूप से लक्ष्मी का आनंद और शांत स्वरूप भगवान विष्णु का संग भी इस बात की ओर इशारा है। क्योंकि शांत, सरल, सौम्य, सात्विक और सहज रहने से न केवल तन व मन भी निरोगी, ऊर्जावान और दोष रहित होते हैं। बल्कि चंद्रमा की शीतलता की तरह दूसरों को भी प्रेम, सेवा, परोपकार व दया के रूप में बेहद राहत दी जा सकती है। ये गुण ही जीवन में सफल और वैभवशाली बनने के सूत्र हैं।

शरद पूर्णिमा की चांदनी पर नजर डालकर इन दो बातो को संकल्प के साथ जीवन में उतार लिया जाए तो धन ही नहीं तमाम सांसारिक सुखों को पाना भी बेहद आसान हो सकता है।

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