नीमकाथाना.कस्बे में गोशाला के पास शनिवार रात मां दो मासूम बच्चों को लेकर 150 फीट गहरे सूखे कुएं में कूद गई। घर जा रही एक महिला ने यह सबकुछ देखकर मोहल्लेवासियों को बताया।
इसके बाद पहुंची पुलिस व मोहल्लेवासियों ने दोनों बच्चों को बचा लिया, लेकिन महिला की मौत हो गई। देर रात महिला की शिनाख्त खेतड़ी इलाके की खेजड़ों की ढाणी की रहने वाली सरोज पत्नी राजेंद्र कुमावत के रूप में हुई। बच्चों के नाम दुष्यंत (4) व चंदन (2) हैं। यह पता नहीं चल पाया है कि महिला कुएं में क्यों कूदी।
एसआई प्रहलाद सहाय ने बताया कि रात करीब आठ बजे घर जा रही महिला ने देखा कि एक महिला दो बच्चों को लेकर गोशाला के पास स्थित कुएं की दीवार पर बैठी है। देखते ही देखते ही उसने दोनों बच्चों समेत कुएं में छलांग लगा दी।
यह देखकर महिला ने दौड़कर बगल में स्थित अपने घर जाकर इसकी जानकारी दी। उसके परिजनों ने यह वाकया पुलिस को बताया। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची। आनन फानन में क्रेन व सीढ़ी का इंतजाम करवाकर थाने के ड्राइवर कालूराम को कुएं में उतारा गया। सूखे कुएं में गिरे दोनों बच्चे जिंदा मिले, लेकिन उनकी मां दम तोड़ चुकी थी।
मौत सामने देखकर सहमे मासूम
जिंदा बचाए गए बच्चों की उम्र तकरीबन ढाई व चार साल है। कुएं से बाहर निकालते ही दोनों को तुरंत कपिल अस्पताल ले जाया गया। दोनों को एक खरोंच तक नहीं आई है। देर रात तक मां की शिनाख्त नहीं होने पर बार बार लोगों ने बच्चों से बातचीत का प्रयास किया लेकिन वे सहम गए।
बच्चों को स्कूल से लेकर आई थी
नीमकाथाना. पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि महिला बच्चों को स्कूल से लेकर आई थी। क्योंकि बच्चों के पास बैग मिले हैं। यह पता चला है कि दोनों एलकेजी व यूकेजी में पढ़ते हैं, लेकिन स्कूल का नाम स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। दोपहर में दोनों बच्चों के साथ महिला खेतड़ी रोड स्थित गोड़ावास जोहड़ के पास रोड पर बैठी रही। उसने एक घर में मौजूद बुजुर्ग महिला से रोटी भी मांगी। कुएं से टूटा टिफिन व स्कूल बैग मिले हैं। बच्चों ने अपना नाम दुष्यंत और चंदन बताया है।
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