आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

27 अक्तूबर 2011

सिर्फ 15 साल और राजधानी में बन जाएगा एक अनोखा रिकॉर्ड!

नई दिल्ली. जनसंख्या के लिहाज से सबसे तेज दौड़ते शहरों में दिल्ली विश्व में सबसे आगे है। अगर यही स्थिति रही तो अगले 15 साल में हमारे देश की राजधानी सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर बन जाएगी। टाइम पत्रिका ने भविष्य के सबसे ज्यादा आबादी वाले शीर्ष 10 शहरों की सूची जारी की है। इनमें दिल्ली सहित भारत के तीन महानगरों को शामिल किया गया है।

छह करोड़ 41 लाख की आबादी के साथ जहां दिल्ली पहले स्थान पर है, वहीं ‘आर्थिक राजधानी’ मुंबई चौथे और कोलकाता सातवें पायदान पर हैं। खास बात ये है कि टाइम ने जो सूची जारी की है उसमें विकसित देशों का कोई भी शहर नहीं है, जबकि भारत के तीन तथा पाकिस्तान के दो शहर और सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन का एकमात्र शहर इसमें शामिल हैं।

जनसंख्या के लिहाज से सबसे तेजी से बढ़ते 10 शहर 1. दिल्ली (भारत) 2. ढाका (बांग्लादेश) 3. किंशासा (कांगो) 4. मुंबई (भारत) 5. कराची (पाकिस्तान) 6. लागोस (नाईजीरिया) 7. कोलकाता (भारत) 8. शंघाई (चीन) 9. मनीला (फिलीपीन) 10. लाहौर (पाकिस्तान)

टाइम ने क्या कहा दिल्ली के बारे में वर्ष 2025 तक दिल्ली की अनुमानित आबादी छह करोड़ 41 लाख हो जाएगी। भारत में अधिक जन्मदर और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में मौजूद कारोबारी संभावनाओं का आकर्षण कुछ ऐसे मुख्य कारण हैं जिनसे इस शहर की आबादी बढ़ेगी। एक समय में केवल राजनीति के केंद्र और सरकारी कर्मचारियों के लिए जाना जाने वाला यह शहर अन्य चीजों के लिए भी चर्चित हो गया है।

अगले दशकों में देशी विदेशी प्रवासियों की बाढ़ दिल्ली में आती रहेगी। विश्लेषकों का अनुमान है कि 2025 तक दिल्ली के जीडीपी में 10 गुना की बढ़ोत्तरी होगी। इस राजधानी क्षेत्र से वैश्विक अर्थव्यवस्था में 289 अरब डालर के योगदान की उम्मीद है और इस मामले में यह मुंबई को पीछे छोड़ देगा। उत्पादकता दिल्ली की समस्या है और प्रदूषण सबसे स्थायी चुनौती है।

मुंबई के बारे में राय शहर की अनुमानित आबादी वर्ष 2025 तक पांच करोड़ 76 लाख हो जाएगी। हालांकि दक्षिण एशिया में इस शहर की सबसे ज्यादा जीडीपी है लेकिन मलिन बस्तियां अभी भी इस शहर में बनी हुई हैं। कोलकाता के बारे में हुगली नदी के किनारे बसा शहर कोलकाता भारत की तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाला शहर है जिसकी आबादी वर्ष 2025 तक चार करोड़ 56 लाख हो जाएगी। कोलकाता में रहने के लिए घरों की कमी और भीषण ट्रैफिक जाम गंभीर समस्या है

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...