इस आयोजन के तहत रविवार को हिम्मतनगर से आए मनोज महाराज ने शरीर पर 1008 दीपक सजाकर महाआरती की। इस आयोजन को देखने के लिए कस्बे सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग आए।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 अक्तूबर 2011
शरीर पर 1008 दीपक सजाकर की माँ की महाआरती!
इस आयोजन के तहत रविवार को हिम्मतनगर से आए मनोज महाराज ने शरीर पर 1008 दीपक सजाकर महाआरती की। इस आयोजन को देखने के लिए कस्बे सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग आए।
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