कांग्रेस नेता माहिर आजाद की टिप्पणी से भड़के कार्यकर्ता, आजाद ने कहा चुनावों में कार्यकर्ता करते हैं लिफाफे लेकर काम
जयपुर.कांग्रेस के सांगानेर विधानसभा के राजनीतिक सम्मेलन में रविवार को प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान की मौजूदगी में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे की शुरूआत पूर्व विधायक माहिर आजाद के भाषण से हुई। माहिर आजाद ने अपने भाषण में जब यह टिप्पणी की कि कार्यकर्ता चुनावों में लिफाफा लेकर काम करते हैं और यहां ऐसा कौन कांग्रेसी कार्यकर्ता है जिसने चुनावों में लिफाफा नहीं लिया। माहिर आजाद के इतना कहते ही कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए। इस पर आजाद समर्थक कुछ कार्यकर्ताओं की अन्य कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई। कार्यकर्ताओं में लात घूंसे चल गए।
हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस बुलानी पड़ी। नारेबाजी और हुड़दंग का सिलसिला करीब 30 मिनट तक चला। सम्मेलन में मौजूद सांसद महेश जोशी और संजय बापना सहित कई नेताओं ने मंच पर आकर कार्यकर्ताओं को शांत रहने की अपील की। महेश जोशी ने मंच पर आकर माहिर आजाद की टिप्पणी पर खेद जताया और माफी मांगी। माहिर आजाद ने भी अपने भाषण में की गई टिप्पणी पर खेद जताया। इसके बाद ही कार्यकर्ता शांत हुए।
नोटों के लिफाफे लिए बिना काम नहीं करते कार्यकर्ता : आजाद माहिर आजाद ने अपने भाषण में कहा कि कार्यकर्ता हमेशा नेताओं में ही कमियां निकालते हैं, वे अपने दिल पर हाथ रखकर सोचें और कभी खुद की कमियों पर भी चिंतन करें। अब वो जमाना गया जब कार्यकर्ता दरी बिछाते थे और चने गुड़ खाकर साइकिल पर प्रचार करते थे। आज कार्यकर्ताओं के पास महंगी गाडिय़ां हैं। उन्होंनें कहा : जब चुनाव होते हैं तो बूथ पर बैठने के बदले कार्यकर्ता खाने के पैकेट और लिफाफे लेते हैं। बिना नोटों के लिफाफे के कार्यकर्ता काम नहीं करता। यहां पर बैठे कांग्रेस कार्यकर्ता ईमानदारी से बताएं कि किस कांग्रेस कार्यकर्ता ने चुनावों में लिफाफा नहीं लिया।
जुबान फिसल गई थी : चंद्रभान
सम्मेलन के बाद मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कहा कि माहिर आजाद की जुबान फिसल गई थी। उनका मंतव्य यह नहीं था कि कार्यकर्ताओं की भावना आहत करें। इतनी बड़ी पार्टी में छोटी मोटी घटनाएं हो जाती हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के जयपुर जिला की ओर से पिछली बार हुए सम्मेलन में भी पार्षद गुलाम नबी आजाद की टिप्पणी से सांसद अश्क अली टाक और महेश जोशी में विवाद हो गया था।
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