‘किलक्षडिया’ आईडी से मोनू ने मॉस्को के वच्यरुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) तथा ‘हाइड माईएस’ नामक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर यह ई-मेल किया था। इसमें न्यूमेरिक कोडवर्ड में राज्य के मुख्य शहर में खौफनाक हमला करने की चेतावनी दी गई थी। इसमें अली सईद अल हूरी के नाम का जिक्र किया था जो अमेरिका में एफबीआई का वांछित आतंकी है। एफबीआई की वेबसाइट ने मोनू ने अली सईद के बारे में जानकारी ली थी।
शहर पुलिस आयुक्त सुधीर सिन्हा ने बताया कि ट्यूशन की मांग पूरी न होने पर मोनू ने घर छोड़ दिया था। पश्चिमी अहमदाबाद में एक कॉलसेंटर में नौकरी करने लगा, जहां इसकी मुलाकात राजू यादव से हुई। दोस्ती बढ़ने पर वह राजू के साथ पाटण में प्रस्तावित कॉलसेंटर के लिए चला गया किन्तु यह कॉलसेंटर नहीं खुला। इस पर मोनू राजू के घर पर रह कर डेटा एंट्री आदि काम करता था। दिल्ली में विस्फोट के बाद इसने याहू के किल इंडिया नामक आईडी से धमकी भरा ई-मेल भेजा था। मोनू का परिवार गोरखपुर, सिकरिया (उत्तर प्रदेश) मूल का है। हालांकि अभी इसके पिता अहमदाबाद में रहते हैं। वहीं राजू प्रतापगंज, उत्तर प्रदेश का है।
भूल का एहसास, पुलिस को सतर्क करने की खुशी भी- मोनू : बहरहाल, सोनू को अपने किए पर कोई खास अफसोस नहीं है। उसका कहना है कि थोड़ा अपराध बोध है और थोड़ी खुशी भी कि मेरे ई-मेल की वजह से पुलिस सतर्क हुई। पांच माह पहले पिता ब्रह्मानंद ओझा के साथ मनमुटाव के बाद सोनू ने घर छोड़ दिया था।
पाटण निवासी राजू यादव नामक मित्र के साथ रहने लगा था। राजू के पाटण स्थित घर में रहते हुए लैपटॉप-कंप्यूटर से ही धमकी भरा ई-मेल किया था। हालांकि सोनू की बात पुलिस के गले नहीं उतर रही। मोनू ने यह भी बताया कि आईपी एड्रेस छुपाने के लिए उसने 11 डॉलर में हाईडमायएस नामक सॉ टवेयर भी खरीदा था । यह सॉ टवेयर क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर नेट से खरीदा था।
गले नहीं उतर रही बातें : पुलिस की आशंका है कि नौकरी छूटने की वजह से वह मानसिक रूप से परेशान था। संभव है इसी उधेड़ बुन में ई-मेल किया हो। हालांकि पुलिस दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष धमाके के बाद छोटूमिनामी नामक आईडी से मेल करने वाले और किलक्ष्ंडिया नामक याहू के ई-मेल आईडी से मेल करने वालों के बीच संपकरें की भी जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष धमाके के बाद सबसे पहले ई-मेल जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से भेजा गया था। इसमें हूजी ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
बाद में छोटूमिनामी नामक आईडी से दूसरा ई-मेल मिला जिसमें इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) ने जिम्मेदारी ली। इन दोनों के बाद किल इंडिया नामक याहू के आईडी से तीसरा मेल मिला था। पुलिस इनकी कड़ी की भी जांच कर रही है।
सूरत के लिंबायत से एक संदिग्ध पकड़ा गया
सूरत. पुलिस ने लिंबायत क्षेत्र से एक युवक को हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार मुंबई एटीएस ने इस व्यक्ति की संदिग्ध बातचीत ट्रेस करने के बाद गुजरात पुलिस से मदद मांगी थी। यह युवक किसी से फोन पर बातचीत में कह रहा था कि ‘मैं मुंबई में बम रखने वाला हूं . !
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