तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 सितंबर 2011
मोदी हिट...मोलाना फिट ...मजा आ गया पहली बार उपवास पर भी राजनीति हुई .............
देश के सभी धर्मों की रीड उपवास का राजनीतिकरण कर उपहास उढ़ाया जाने लगा है .....एक गाँधी का उपवास ...एक अन्ना का उपवास और फिर कभी मोदी तो कभी बाघेला का उपवास और उपवास का इतना बढ़ा राजनीतिकरण इतना बढ़ा तमाशा ...........देश जानता है कभी पत्थर..कभी मिटटी .कभी पानी ...कभी गणेश जी का दूध ...कभी गोउ माता तो कभी क्या क्या सभी पर देश में सत्ता हथियाने की राजनीति होती रही है लेकिन पहली बार देश में उपवास का उपहास उढ़ाकर सरकारी खर्च पर राजनीति और फिर उसका विरोध करने के नाम पर कोंग्रेसियों का जवाबी उपवास तमाशा बन गया है ..........खेर जो भी हो नरेंद्र मोदी और उनके समर्थकों ने इस उपवास राजनीती में खुद को हिट कर लिया है पहले योजनाबद्ध तरीके से बुर्के वाली ओरतों तो टोपी वाले आदमियों को उपवास स्थल पर मंच पर बुलाया गया कोंग्रेस की तरह ही इन लोगों को शो पीस बनाया गया और जब देश के लोगों का सर चकराने लगा खुद शिव सेना खुद संघ के लोग इस पर एतराज़ जताने लगे तो एक कथित मोलाना से टोपी मंगवाकर उसे पहनने से इंकार कर वापस से अपनी छवि को बनाने का प्रयास किया है ..दोस्तों किसी भी राजनीति से धर्म का कोई रिश्ता नहीं है चाहे हिन्दू धर्मगुरु हो चाहे मुस्लिम या किसी भी धर्म का गुरु हो वोह ऐसे किसी भी राजनितिक स्टंट का हिस्सा बनता है तो वोह खुद धर्म के साथ विश्वासघात करता है और ऐसे सभी धर्मों से जुड़े कई धर्म गुरु करते रहे हैं धर्म के लोगन को उकसाया फिर सियासत में आये र्फिर राज्यसभा या महत्वपूर्ण पदों पर बेठ गए हैं ऐसे धोकेबाज़ धर्मगुरुओं की लम्बी लिस्ट है जिसे देख कर आपको मुझे सभी को शर्म आ जायेगी ....जी हाँ दोस्तों कोई भी आदमी जो मुस्लिम धर्म से जुड़ा होगा जो धर्म गुरु होगा वोह सियासत का खेल खेलने मंच पर जाकर नरेंद्र मोदी को टोपी भेंट नहीं करेगा और अगर किसी मोलाना मोलवी द्वारा ऐसा क्या जाता है तो खुद समझ लेना चाहिए के वोह प्रायोजित है या फिर मक्कार है जो खुद आगे रहकर किसी सियासी मंच पर किसी निजी लाभ कमाने के उद्देश्य से जा रहा है ...मोदी ने इस मक्कार मोलाना की टोपी लेकर खुद को हिट कर लिया लेकिन आए सवाल छोड़ दिया के धर्म के साथ खिलवाड़ कर सियासत करने वाले मोलाना या किसी भी धर्म गुरु के साथ केसा सुलूक किया जाये .यह मोलाना जो सियासत के मंच पर गया निश्चित तोर पर मजहब से दूर और मक्कारी से भरा होगा अगर यह टोपी कांड मोदी का प्रायोजित मीडिया की खबर बनाने के लियें नहीं किया गया है तो इस मोलाना के खिलाफ एक मोदी जो दुसरे धर्म का है उसे टोपी उढ़ाकर साम्प्रदायिक वातावरण पैदा कर मोदी की भावनाएं आहत करने के मामले में जेल भेजना चाहिए और आज नहीं तो कल ऐसे सियासत में घुसपेठ रखने वाले मोलाना और धर्मगुरुओं के साथ बर्ताव करना होगा ताकि देश गंदी राजनीति और धर्म की गंदी राजनीति से पाकसाफ रह सके .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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ek khyaal aata hai...kal agar Ajmal kasab khade ho aur keh de ki Mumbai peediton ke liye wo ek upvaas rakhna chaahte hai to kaisa mazaak hoga...aisa tamaasha bhaarat me hua!!!
जवाब देंहटाएंMere latest post ko yahan padhe:
http://teri-galatfahmi.blogspot.com/2011/09/blog-post_19.html