नई दिल्ली. 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन के मुद्दे पर वित्त मंत्रालय के नोट को लेकर उठे विवाद के बाद गृह मंत्री पी चिदंबरम पीएम मनमोहन सिंह से मिले हैं। बुधवार दोपहर खाने की मेज पर दोनों के बीच बातचीत हुई। अब मनमोहन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मिलने वाले हैं।
एक टीवी चैनल कांग्रेस और सरकार के उच्चपदस्थ सूत्रों के हवाले से बता रहा है कि चिदंबरम ने प्रधानमंत्री से मुलाकात में उनकी मुसीबत बढ़ा दी है। उन्होंने मांग की है कि 25 मार्च के प्रणब मुखर्जी के नोट पर सरकार या वित्त मंत्रालय स्पष्टीकरण जारी करे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक नोट में कहा गया है कि चिदंबरम चाहते तो घोटाला रोक सकते थे। मीडिया में चिदंबरम को एक तरह से घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ऐसे में चिदंबरम चाहते हैं कि स्पष्टीकरण के जरिए उन्हें सरकार की ओर से पाक-साफ घोषित किया जाए।
दूसरी ओर, चैनल सूत्रों के हवाले से प्रणब मुखर्जी द्वारा भी रुख कड़ा किए जाने की बात बता रहा है। चैनल के मुताबिक प्रणब ने प्रधानमंत्री को चार पेज की चिट्ठी लिखी है और वित्त्ा मंत्रालय की ओर से हुए पत्राचार का सिलसिलेबार ब्यौरा देते हुए बताया है कि 25 मार्च के नोट में की गई टिप्पणी वित्त मंत्री की नहीं थी। चैनल का कहना है कि कांग्रेस के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि नोट सार्वजनिक होने के बाद उठे बवंडर को थामना मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के लिए आसान नहीं होगा।
नोट को लेकर उठे विवाद के बाद चिदंबरम की मनमोहन से पहली मुलाकात थी। इस बीच 2जी घोटाले में चिदंबरम की भूमिका की जांच की मांग करने वाली सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट से बुधवार को कोई फैसला नहीं आया है। इस याचिका पर गुरुवार को भी सुनवाई जारी रहेगी। अगर अदालत ने चिदंबरम की भूमिका की सीबीआई जांच के आदेश दिए, तो उनका गृह मंत्री बने रहना मुश्किल होगा।
उधर, अन्ना हजारे ने कहा है कि पीएम स्वच्छ छवि के हैं और उन्हें चिदंबरम का बचाव कर अपनी छवि खराब नहीं करनी चाहिए। अन्ना ने कहा कि चिदंबरम को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए खुद ही मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
2जी स्पेक्ट्रम आवंटन के मुद्दे पर वित्त मंत्रालय के एक नोट पर विपक्ष गृह मंत्री पी चिदंबरम के इस्तीफे की मांग पर अड़ा है। इस नोट को लेकर भाजपा ने आज फिर चिदंबरम को निशाने पर लिया। भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि नोट से साफ है कि तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने न सिर्फ इस नोट को देखा बल्कि उन्हें 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन की पूरी जानकारी थी। ऐसे में चिदंबरम भी उतने ही गुनहगार हैं जितने तिहाड़ जेल में बंद पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा।
2जी घोटाले में याचिकाकर्ता और जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने वित्त मंत्रालय की पीएमओ को लिखी चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट में पेश की है। उसके आधार पर उन्होंने गृहमंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है। आरोप है कि तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम यदि चाहते तो 2जी घोटाले को रोका जा सकता था। सरकार ने पिछले हफ्ते कोर्ट में कहा था कि सीबीआई सामान्य प्रक्रिया के तहत स्वामी द्वारा दाखिल नोट का अध्ययन करेगी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में उस पर स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी।
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