जोधपुर।सायन सूर्य के तुला राशि में प्रवेश पर शुक्रवार को दिन व रात बराबर होंगे। सूर्य उदय व अस्त होने का समय 6.19 बजे होगा। इससे दिन व रात दोनों 12 घंटे की अवधि के होंगे। पंडित ओमदत्त शंकर महाराज के अनुसार सायन सूर्य तुला राशि में दोपहर 2:35 बजे आएगा। यह शरद संपत कहलाता है। इसी को विषुवत दिन भी कहा जाता है।
इसके साथ ही सूर्य दक्षिण गोलार्ध में जाना शुरू हो जाएगा। सूर्य के दक्षिणी गोलार्ध में जाने से दिन छोटे होने लग जाएंगे व रातें बड़ी होने लगेंगी। पंडित विजय दत्त पुरोहित के अनुसार हर साल 21 मार्च व 23 सितंबर को दिन व रात बराबर होते हैं। 21 जून को दक्षिणी ध्रुव सूर्य से सर्वाधिक दूर रहता है। इसलिए इस रोज सबसे बड़ा दिन होता है, जबकि 22 दिसंबर को सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर प्रवेश करता है, इसलिए रात सबसे बड़ी होती है। खगोलविदों के मुताबिक 25 दिसंबर से दिन की अवधि बढ़ने लगती है।
क्या है दक्षिणी गोलार्धपृथ्वी की मध्य रेखा को भूमध्य रेखा अथवा विषुवत रेखा कहा जाता है। जब सूर्य इस रेखा के दक्षिण की ओर अग्रसर होता है तो इसे दक्षिणी गोलार्ध का सूर्य कहते हैं। जबकि उत्तर की ओर जाने पर उत्तरी गोलार्ध का सूर्य कहलाता है। दोनों की अवधि छह-छह महीने की होती है। खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी 24 घंटे अपनी धुरी पर घूमने के साथ एक वर्ष में सूर्य का चक्कर पूरा करती है। इसी तरह सूर्य ब्रrांड में परमेष्ठी मंडल अर्थात ब्लैक होल के चक्कर लगा रहा है, यह चक्कर 27 हजार वर्ष में पूर्ण होता है। इस बीच कभी-कभी अयनांश की गणना के कारण एक दिन आगे पीछे हो जाता है। इसी के चलते दिन रात की बराबर अवधि कभी 22 सितंबर को तो कभी 23 सितंबर को होती है।
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