वॉशिंगटन. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का असली चेहरा अब अमेरिका के सामने भी आ गया है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक अमेरिका के हाथ ऐसे सुबूत लगे हैं, जिनसे यह साफ हो गया है कि खुफिया एजेंसी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन को अमेरिकी ठिकानों पर हमले के लिए प्रोत्साहित करता रहा है। अमेरिका को खुफिया जानकारी मिली है कि काबुल में पिछले हफ्ते अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले को हक्कानी नेटवर्क ने आईएसआई के निर्देश पर अंजाम दिया था। अमेरिकी ठिकानों पर कई खतरनाक हमलों के बाद अमेरिका पर हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान को संकेत दे दिया गया है कि हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह खुद पाकिस्तान में घुसकर नेटवर्क को निशाना बनाएगा।
कुछ अमेरिकी अधिकारी यह मानते हैं कि अमेरिका को ऐबटाबाद जैसा ही एक और ऑपरेशन करके हक्कानी नेटवर्क को ध्वस्त कर देना चाहिए। लेकिन ऐसी कार्रवाई के साथ जुड़ा जोखिम और पाकिस्तान की तरफ से होने वाले संभावित विरोध के चलते अमेरिकी प्रशासन अभी इस पर विचार नहीं कर रहा है।
इस बीच, अपने ठिकानों पर हमले से बौखलाए अमेरिका की सीनेट की एक समिति ने पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक व सामरिक मदद के लिए शर्त लगाए जाने का प्रस्ताव पास कर दिया है। प्रस्ताव के मुताबिक अगर अमेरिका को हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी समूहों से लड़ने में पाकिस्तान मदद करता है, तभी उसे सहायता मिलेगी।
पाकिस्तान के लिए यह मुश्किल ऐसे समय आई है जब वहां सेना के कुछ कमांडर सैन्य तख्तापलट की तैयारी में हैं। उनका मानना है कि राजनीतिक नेतृत्व की विफलता के कारण देश में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है। इन कमांडरों ने अपना मत एक बैठक के दौरान व्यक्त किया, जिसे सेनाध्यक्ष अशफाक परवेज कियानी ने खारिज कर दिया।
लेकिन दूसरी तरफ, पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क के पाकिस्तान में मौजूद होने से साफ इनकार कर दिया है। पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि उनके देश में हक्कानी नेटवर्क नहीं है और अगर उन्हें ऐसी पुख्ता जानकारी मिली कि हक्कानी नेटवर्क उनकी ज़मीन से काम कर रहे हैं, तो उनकी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 सितंबर 2011
तख्तापलट की तैयारी? अमेरिकी ठिकानों पर पाक ने करवाए हमले, बदला लेगा अमेरिका!
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