पुणे. भ्रष्टाचार के खिलाफ और जन लोकपाल कानून के समर्थन में आवाज उठाने वाले वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे को लेकर एक खबर महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। अन्ना हजारे को लेकर चर्चा यह हो रही है कि केंद्र की यूपीए सरकार ने उन्हें राष्ट्रपति बनने की पेशकश की है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों में अहमदनगर जिले में मौजूद अन्ना के गांव रालेगण सिद्धि में अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं के दौरों के बीच इस खबर ने तेजी पकड़ी है।
एक स्थानीय दैनिक ने अन्ना को राष्ट्रपति बनाने की पेशकश को लेकर एक खबर प्रकाशित भी की है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक कांग्रेस अन्ना को राष्ट्रपति भवन में बैठाकर उनकी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को बेदम करना चाहती है। हालांकि, अभी तक इस खबर की पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि मौजूदा राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा है। पिछले कुछ दिनों में अन्ना हजारे से मिलने आने वाले नेताओं में राजस्व मंत्री बाला साहेब थोरात, पूर्व लोक निर्माण मंत्री विजय सिंह मोहिते-पाटिल और अहमदनगर के सांसद भाऊ साहब वाघचौरे शामिल हैं। पुणे से छपने वाले एक अंग्रेजी अखबार ने इस बारे में खबर भी छापी है। इस रिपोर्ट में एक अखबार के हवाले से बताया गया है कि दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की एक बैठक में इस संभावना पर विचार किया गया और यह महसूस किया गया कि अगर अन्ना हजारे को यह पद देकर मनाया जा सका तो महाराष्ट्र की जनता तो खुश होगी ही साथ ही देश भर के लोगों में एक अच्छा संदेश जाएगा, जिससे भ्रष्टाचार के मसले पर पूरे देश में मजबूत होती जा रही कांग्रेस विरोधी लहर को काफी हद तक काबू किया जा सकता है। लेकिन बताया जा रहा है कि एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने इस सुझाव का यह कहते हुए विरोध भी किया कि अन्ना इस पेशकश को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
अन्ना के करीबी माने जाने वाले रालेगण सिद्धि के निवासी और शिक्षक संजय पठाड़े इस अफवाह को पूरी तरह खारिज करते हुए कहते हैं कि यह सब 'बेबुनियाद' बातें हैं। अन्ना ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा, ' राष्ट्रपति पद का किसी पार्टी पार्टी द्वारा रिश्वत के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।' रालेगण सिद्धि के सरपंच जयसिंह मपारी ने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि अन्ना ऐसे किसी जाल में नहीं फंसेंगे।' उन्होंने कहा, ' अन्ना मंत्रियों को अच्छी तरह जान गए हैं। मुझे नहीं लगता कोई भी केंद्रीय मंत्री उनके पास ऐसा प्रस्ताव ले जाने की हिम्मत करेगा।'
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
29 सितंबर 2011
कांग्रेस अन्ना को बनाना चाहती है राष्ट्रपति? समर्थकों का इनकार
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