जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार सुबह कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले। श्रीमती गांधी के इलाज करवाकर स्वदेश लौटने के बाद गहलोत की यह उनसे पहली मुलाकात है। समझा जाता है कि गहलोत ने इस मुलाकात में श्रीमती गांधी को भरतपुर जिले के गोपालगढ़ की हिंसा और जोधपुर जिले के भंवरी देवी प्रकरण में जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा को लेकर अब तक कार्रवाई के बारे में बताया और सरकार का पक्ष रखा। दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान गृह मंत्री शांति धारीवाल के विवादास्पद बयानों को लेकर भी चर्चा हुई। गहलोत ने एआईसीसी में पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा से भी मुलाकात की।
गहलोत ने 10 जनपथ में करीब 20 मिनट बिताए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि गृह मंत्री शांति धारीवाल ने उन्हें अपने विवादास्पद बयान के बारे में सफाई दी है। इस सफाई में धारीवाल ने कहा कि जुबान फिसलने के कारण उन्होंने ऐसा कह दिया। यह वही विवादास्पद बयान था जिसमें धारीवाल ने कहा था कि पुलिस किसी गांव में जाए तो पिटकर नहीं आए। एक दो सिपाही भी हों और वे पिट जाएं तो ज्यादा सिपाहियों को लेकर वापस जाएं और लोगों को पीटकर आएं। इस कार्रवाई में दो-चार निर्दोष भी पिट जाएं तो कोई बात नहीं।
गहलोत ने कहा कि किसी घटना को रोकना तो संभव नहीं होता, लेकिन उसके बाद जो एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए, उनमें उनकी सरकार ने कभी कोई कमी नहीं रखी। गहलोत ने आगामी दो अक्टूबर से राज्य के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा वितरण योजना, जननी सुरक्षा योजना और अन्य विकास योजनाओं की भी जानकारी दी और कहा कि मुफ्त दवा योजना से राज्य के सभी वर्ग के लोगों को पूरा फायदा मिलेगा।
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