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22 सितंबर 2011

सबसे कम उम्र के क्रिकेट कप्‍तान नवाब पटौदी नहीं रह

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नई दिल्‍ली. मंसूर अली खान पटौदी नहीं रहे। वह कई दिनों से बीमार थे। दिल्‍ली के गंगाराम अस्‍पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्‍हें फेफड़ों की बीमारी थी। गुरुवार देर शाम उन्‍होंने आखिरी सांस ली।

सर गंगाराम अस्पताल के पल्मोनोल्जी (चेस्ट मेडीसिन) विभाग के अध्यक्ष और नीरज जैन ने उनके निधन से कुछ देर पहले बताया था, 'पटौदी की हालत में सुधार नहीं है। अधिकतम उपचार के बावजूद हम उनके शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को नियत नहीं रख पा रहे हैं।'
70 वर्षीय पटौदी को फेफड़े में गंभीर संक्रमण के बाद अगस्त में अस्पताल में दाखिल कराया गया था। उनके दोनों फेफड़े ऑक्सीजन को साधारण अवस्था में गुजरने नहीं दे रहे हैं।
पटौदी का जन्‍म 1941 में भोपाल में हुआ था। उन्‍होंने देहरादून के वेल्हम बॉयज स्कूल में पढ़ाई की थी। एक हादसे में उनकी दाहिनी आंखी की रोशनी चली गई थी।
पटौदी 21 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान बने थे। वह भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे युवा कप्‍तान थे। उनके निधन के साथ ही क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है।

भारत के लिए 46 टेस्ट खेल चुके पटौदी सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे। पटौदी ने 34.91 की औसत से 2793 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्‍कोर 203 रन (नाबाद) का था। उन्‍होंने 40 टेस्‍ट मैचों में भारतीय टीम की कप्‍तानी की थी। उन्‍हीं की कप्‍तानी में भारत ने टेस्‍ट मैच में विदेश में पहली सीरीज (न्‍यूजीलैंड के खिलाफ) जीती थी।

उनके परिवार में पत्‍नी शर्मिला टैगोर के अलावा सैफ अली खान और सोहा अली खान सहित तीन भाई-बहन हैं। शर्मिला, सैफ और सोहा बॉलीवुड की नामी हस्तियां हैं। उनके निधन पर क्रिकेट जगत के दिग्‍गजों के अलावा बॉलीवुड सहित कई क्षेत्रों की नामी-गिरामी हस्तियां शोक जता रही हैं।


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