पक्षियों जैसे पंख (विंग्स) वाला यह विमान स्ट्रेटोस्फीयर (पृथ्वी से 10-50 किमी) तक जा सकेगा। विमान को एक्सट्रीम एरोडायनामिक लिफ्ट कराकर उस ऊंचाई तक ले जाया जाएगा जहां वह न्यूनतम प्रतिरोध के चलते पक्षी जैसे उड़ सकेगा। इसमें 4 क्रायोजनिक (तरल) हाइड्रोजन टबरेफेन इंजन लगे होंगे।
पक्षी से मिली प्रेरणा
वैज्ञानिकों को हाइड्रोजन-चलित इस विमान की प्रेरणा ऑस्ट्रेलिया के एक पक्षी से ही मिली है जो ऑस्ट्रेलिया से अलास्का की बीच की 11 हजार 766 किमी की दूरी बिना कहीं रुके (एक बार में) तय कर लेता है। हालांकि प्रयोगात्मक तौर पर इस तरह के छोटे विमानों का प्रदर्शन किया जा चुका है।
क्या होगा खास इस विमान में
12,000 किमी नॉन-स्टॉप उड़ाने की योजना
04क्रायोजनिक हाइड्रोजन टबरेजेट इंजन लगे होंगे
10-50 किमी ऊपर (धरती से) उड़ेगा विमान
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