नई दिल्ली/मुंबई/नासिक.केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है। यह निर्णय मंगलवार को प्रणब मुखर्जी के नेतृत्व वाले खाद्यान्न पर गठित अधिकारप्राप्त मंत्रीसमूह ने लिया। फैसले की जानकारी केंद्रीय खाद्य व उपभोक्ता मामलों के मंत्री के वी थॉमस ने यहां बैठक के बाद दी।
थॉमस ने बताया कि एक पखवाड़े के बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी। सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य पहले की तरह 475 डॉलर प्रति टन तय किया गया है। इस अहम बैठक में कृषि मंत्री शरद पवार भी मौजूद थे।
12 दिन में 40 करोड़ का नुकसान
एशिया की सबसे बड़ी मंडी लासलगांव में बुधवार से फिर प्याज की नीलामी शुरू हो जाएगी। प्याज के निर्यात पर से पाबंदी हटाए जाने की खबर के बाद मंडी में किसानों ने पटाखे फोड़कर खुशी का इजहार किया।
12 दिनों से नीलामी बंद रहने के कारण 40 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कृषि उपज मंडी समिति के सभापति राजेन्द्र ढोकले ने बताया कि बुधवार से प्याज की नीलामी शुरू हो जाएगी।
ये थी हालत
प्याज निर्यात को प्रतिबंधित करने के बाद नाशिक के बाजार में इसकी थोक कीमतों में 400-500 रुपए प्रति क्विंटल की भारी गिरावट आई थी। नाशिक का बाजार प्याज के निर्यात पर रोक लगाने के दिन से ही बंद था। इसी वर्ष जनवरी में देश में प्याज की खुदरा कीमतें 80 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई थीं।
क्यों लिया फैसला
केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र की राजनीति को ध्यान में रखते हुए प्याज का निर्यात करने का निर्णय लिया है।
किसानों को फायदा
केन्द्र द्वारा प्याज निर्यात से पाबंदी हटाने से प्याज के दामों में वृद्धि के आसार हैं। निर्यात खुलने से किसानों को उनकी उपज के अच्छे दाम मिल सकेंगे। किंतु उपभोक्ता को वर्तमान में 15-20 रुपये प्रति किलो तक प्याज बेची जा रही है।
स्थानीय प्रमुख विक्रेता के अनुसार पिछली फसल का 50 प्रतिशत माल अब भी गोदामों में पड़ा है, जिसमें से 30 प्रतिशत सड़ने की कगार पर है। चालू सीजन की फसल भी अच्छी है जो अक्टूबर व नवंबर में बाजार में पहुंच जायेगी, जिससे दिवाली पर अधिक भाव रहने की संभावना नहीं है।
इसलिए लगाई थी रोक
अतिवृष्टि सेप्याज की फसल को नुकसान की खबरों से घरेलू बाजार में कीमतों में तेजी आ गई।
घरेलू बाजारमें प्याज की खुदरा कीमतें 25-30 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई थीं।
बारिश कीवजह से प्याज की फसल को नुकसान की आशंका के बीच कीमतों में और वृद्धि की संभावना बनी हुई थी।
इसी वर्षजनवरी में देश में प्याज की खुदरा कीमतें 80 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई थीं।
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