मोरबी में रहने वाले और बिजनेसमैन मगनभाई आद्रोजा अपनी सेंट्रो कार से कारखाने जा रहे थे। रास्तें में भडियाद गांव के पास स्थित खुले रेलवे फाटक को उन्होंने जैसे ही पार करने की कोशिश की, तभी दूसरी तरफ से ट्रेन आ गई और कार को टक्कर मार दी और कार हवा में उड़ गई।
यह ट्रेन वांकानेर से मोरबी आ रही थी। तेज रफ्तार ट्रेन से टकराकर कार हवा में उछलती हुई 100 फुट दूर गड्ढे में जा गिरी। कार की पूरा ढांचा तहस-नहस हो गया, लेकिन खुशकिस्मती देखिए कि कार चला रहे मगनभाई को इस भयानक दुर्घटना के बाद भी कुछ हल्की चोंटे ही आईं। कार से बाहर आकर उन्होंने खुद कार की दयनीय हालत देखी। यहां वही कहावत चरितार्थ हो गई... 'जाको राखै साईयां... मार सके न कोय'...!
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