आपका-अख्तर खान

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11 सितंबर 2011

क्यूँ कहते हो किसलियें कहते हो ।

क्यूँ कहते हो
किसलियें
कहते हो ।
में भ्रष्ट हूँ
क्या हुआ
मेने हाथ बढ़ाकर
अपने उलझे हुए काम को
कराने के लियें
रिश्वत का हाथ बढ़ाना चाहा
आपने बिना
रिश्वत के
पहले मेरा काम न किया
जब मेने आपकी तरफ
रिश्वत की तरफ हाथ बढ़ाया
तो अपने भी तो
रिश्वत की इस बुराई से
अपना दामन न छुडाया ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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