वर्जिल सेब्रिएन. नासा का एक बेकार हो चुका उपग्रह पृथ्वी की ओर आ रहा है। इस माह के अंत तक या अक्टूबर के पहले हफ्ते में इसके धरती पर गिरने की आशंका है। इस शोध उपग्रह को 1991 में डिस्कवरी शटल के जरिए अंतरिक्ष की ऊपरी सतह में स्थापित किया गया था।
इसका वजन 6.5 टन है। नासा ने कहा है कि यह अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि यह कहां गिरेगा, लेकिन इसके टुकड़े अलास्का और द. अमेरिका के बीच गिर सकते हैं। हालांकि अधिकतर उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में आते ही जलकर राख हो जाते हैं, फिर भी इसके 12 सौ पाउंड कचरे के बचे के रहने की आशंका होती है जो पृथ्वी पर गिरते हैं।
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जवाब देंहटाएंचिंता मत कीजिये , इस से सौर गुना भारी रूसी मीर और अमरीकी स्काय लैब से कुछ नहीं हुआ तो ये क्या कर लेगा ! इसके वातावरण में जल जाने की संभावना ज्यादा है!
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