नई दिल्ली. एशियाई हॉकी चैंपियनशिप जीतने वाली भारतीय टीम ने प्रत्येक खिलाड़ी को 25-25 हजार रुपये इनाम दिए जाने के हॉकी इंडिया के फैसले पर गुस्सा जताया है। टीम ने इनाम लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद हॉकी इंडिया की हर ओर से आलोनचा हुई। इसे देखते हुए पंजाब सरकार ने बिना समय गंवाए टीम के लिए 25 लाख रुपये इनाम का ऐलान कर दिया। केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन को भी बुधवार की शाम मीडिया के सामने आकर बताना पड़ा कि एशियाई हॉकी चैंपियनशिप जीतने वाली भारतीय टीम के हर सदस्य को इनाम के तौर पर 1.5-1.5 लाख रुपये मिलने हैं। महाराष्ट्र सरकार ने भी हॉकी स्टार युवराज के लिए दस लाख रुपये इनाम की घोषणा कर दी।
इससे पहले चैंपियंस ट्रॉफी जीत कर लौटी भारतीय हॉकी टीम ने मंगलवार की रात अपने सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में इनामी राशि का चेक लेने से इंकार कर दिया था। हॉकी इंडिया की ओर से प्रत्येक खिलाड़ी को 25 हजार रुपए की राशि का चेक दिया जा रहा था।
हॉकी टीम के कप्तान राजपाल सिंह ने कहा कि फाइनल में पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी पर कब्जा करना बड़ी बात है लेकिन इसका समुचित इनाम नहीं मिला है। राजपाल ने कहा कि यह एक सीनियर विजेता टीम के साथ मजाक जैसा है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम खेल मंत्री के इन खोखले दावे से निराश है जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय खेल को फिर से नई बुलंदियों तक पहुंचाने की बात की है।
कप्तान का कहना है कि खेल मंत्री हमारी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं और यह इनामी राशि न सिर्फ मौजूदा खिलाडियों के मनोबल को बढ़ाने के लिहाज से कम है बल्कि राष्ट्रीय खेल का हिस्सा बनने की इच्छुक भावी पीढ़ी भी इससे निराश होगी। उन्होंने कहा कि हॉकी फेडरेशन को बीसीसीआई से सीख लेनी चाहिए।
टीम के एक और सीनियर खिलाड़ी गुरबाज सिंह ने कहा, 'हॉकी इंडिया के सेक्रेट्री जनरल नरेंद्र बत्रा की ओर से हर खिलाड़ी को 25 हजार रुपये बतौर इनाम की पेशकश की गई थी लेकिन हम सभी ने इसे लेने से मना कर दिया क्योंकि हमारी उपलब्धि को देखते हुए यह रकम बेहद मामूली है।'
भारतीय टीम ने बीते रविवार को चीन के ओरडोस में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर एशियाई चैंपियंस ट्राफी पर कब्जा कर लिया था।
पूर्व खिलाड़ी भी भड़के
हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के बेटे और पूर्व ओलंपियन अशोक कुमार ने इनामी राशि को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि खिलाडियों को 25 हजार रुपये के बजाय सिर्फ फूलों का गुलदस्ता दे दिया जाता तो अच्छा रहता। इस रकम को बाद में किसी और प्रयोजन के लिए रख देते। उन्होंने कहा कि हॉकी के साथ बरसों से ऐसा सौतेला व्यवहार होता रहा है।
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान वीरेन रसकिन्हा ने इसे ‘चौंकाने’ वाला कदम करार देते हुए कहा कि खिलाडियों को प्रेरित करने की जरूरत है क्योंकि भारतीय खिलाडियों ने नामी टीमों को हराकर यह प्रतियोगिता जीती है।
पूर्व ओलंपियन जोएकिम कार्वाल्हो ने हॉकी फेडरेशन की निंदा करते हुए कहा कि विजेताओं को सम्मानित करने का यह तरीका सही नहीं है। पूर्व कप्तान अजित पाल सिंह ने कहा कि खिलाडियों को बड़ी रकम मिलनी चाहिए थी।
पूर्व हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लई ने हॉकी टीम की इस सफलता को 2003-04 के बाद सबसे बड़ी सफलता करार दिया है। उन्होंने इनामी राशि पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि देश में क्रिकेट ही सबसे बड़ा खेल है।
मामूली रकम पर दी सफाई
हॉकी इंडिया ने 25 हजार की इनामी रकम को सही ठहराते हुए कहा है कि उसके पास खिलाडियों को देने के लिए इससे ज्यादा पैसे नहीं है। वहीं खेल मंत्री अजय माकन ने कहा कि 25 हजार रुपये का नकद इनाम दिए जाने की घोषणा हॉकी इंडिया की तरफ से की गई, सरकार की ओर से नहीं। सरकार सभी पैसे खिलाडियों की ट्रेनिंग और कोचिंग पर खर्च करती है। सरकार का कहना है कि उसने पिछले 6 महीने में हॉकी टीम पर 7.81करोड़ रुपये की रकम खर्च की है। इसमें 5.97 करोड़ रुपये कोचिंग कैंप, 1.75 करोड़ रुपये विदेशी दौरों और 8.75 लाख विदेशी विशेषज्ञ पर किया गया खर्च शामिल है।
हार-हार के मैच नौ, बटुरे साठ करोड़ |
जवाब देंहटाएंभारत में है ही नहीं, क्रिकेट का कुछ तोड़ ||
क्रिकेट का कुछ तोड़, अजी जीते या हारें |
पाए कई करोड़, यहाँ घायल भी प्यारे |
एशिया कप की जय, पाते पच्चीस हजार,
हारे उसकी जीत, कप जीते भी इत हार ||
घायल सिंह युवराज भी, बैठे खाय करोड़ |
वाल्मीकि युवराज का, देती है दिल तोड़ |
देती है दिल तोड़, एशिया-हाकी जीता |
कुल पच्चीस हजार, लाल का शाही फीता |
खेल संघ धिक्कार, होय संघों का ट्रायल |
जूते-जूत निकाल, होय अधिकारी घायल ||