दोस्तों देश में जन लोकपाल बिल को सरकार संसद से हटाकर स्थाई समिति के नाम करना चाहती है और जनता के सामने संसद के मान सम्मान और अधिकारों की बात करती है .देश में ऐसे कितने विधेयक है जो सरकार ने पारित करने के पहले स्थाई संसद समिति के हवाले किये हैं .सांसदों का वेतन भत्ते का बिल .सरकार की मन मर्जी के बिल तो वेसे ही पास कर दिए जाते है ...अब एक बेवफा चतुर चालाक ओरत द्वारा अपने प्रेमी को धोखा देकर जो नखरे किये जाते है सरकार जन लोकपाल बिल पर बस वही नखरे कर रही है जनता को यह सच समझ लेना चाहिए और ऐसे काले अंग्रेजों को बेनकाब कर उखाड़ फेंकना चाहिए .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
26 अगस्त 2011
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बिलकुल सही बात है जी आपकी ....
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