नई दिल्ली.रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे के मंच पर आज उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब सिने अभिनेता ओमपुरी ने इस मंच से नेताओं को भला बुरा कहना शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख टीम अन्ना के समर्थकों ने ओमपुरी को मंच से उतारा। इसके बाद उन्हें पिछले दरवाजे से मैदान से बाहर निकाला गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ओमपुरी भाषण देते समय कई बार मूल मुद्दे से बहक गए। जब एक अन्ना समर्थक ने उन्हें टोका तो खुद ओमपुरी ने भी मंच से यह स्वीकार किया कि वह बहक गए थे। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी।
अन्ना हजारे और उनके आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर करने शाम करीब छह बजे मंच पर पहुंचे ओमपुरी ने शुरू में तो देश के नेताओं को भला बुरा कहा फिर उन्होंने केंद्र सरकार में एक मंत्री पर नाम लिए बिना निशाना साधा। रुपहले पर्दे पर गंभीर अभिनय के लिए मशहूर ओमपुरी ने एक टीवी पत्रकार को भी नाम लेकर भला बुरा कहा। इसके बाद आयोजकों में से एक व्यक्ति ने ओम पुरी के कान में कुछ कहा। तब ओम पुरी बोले, 'माफ कीजिएगा, मैं बहक गया था। मुझे किसी पर निजी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।' यह कह कर उन्होंने अपना भाषण खत्म किया। जब वह मंच से उतरने लगे तो उनके कदम लड़खड़ा रहे थे। उन्हें एक व्यक्ति ने सहारा देकर मंच से उतारा।
जिस वक्त ओमपुरी अन्ना के मंच से अपना ‘भाषण’ दे रहे थे, उस वक्त उनका हाव भाव ऐसा था कि जैसे वो नशे में धुत हों। वो झूम-झूमकर अपनी बातें रख रहे थे लेकिन उनकी जुबान लड़खड़ा रही थी। वह एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे पर कब चले जाते, पता ही नहीं चलता। और उनकी बातों का कहीं से कोई तारतम्य भी नहीं झलकता था। एक समय तो उन्होंने मंच से सीधा सवाल किया, 'यहां कोई पंजाबी है? यहां कितने पंजाबी हैं?'
ओमपुरी ने अन्ना के मंच से एक ओर जहां भगत सिंह सहित देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों को सलाम किया वहीं देश के सांसदों को 'नालायक' तक कह दिया। लगे हाथ उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से गुहार की कि वो अन्ना की मुहिम में हिस्सा लेने के लिए रामलीला मैदान पहुंचे, नहीं तो मुंबई से ही अपील जारी करें।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
26 अगस्त 2011
अन्ना के मंच से बहके ओम पुरी: मंत्री-पत्रकार पर किया निजी आक्षेप
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