इस दौरान लोग मांस, शराब, सेक्स करने औऱ सफेद कपड़े पहनने से परहेज करते हैं। लेकिन इन सबके दौरान यहां कुछ ऐसा भी होता है जो ईश्वर के नाम पर दर्द सहने की एक परम्परा के रूप में कई सालों से चलता आ रहा है। तस्वीरों में देखिए किस तरह लोग खुद को दर्द देकर ईश्वर से शांति और अच्छे स्वास्थय की कामना करते हैं...
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 अगस्त 2011
इन दर्दनाक तस्वीरों को कृपया कमजोर दिल वाले ना देखें...
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