
इस दौरान लोग मांस, शराब, सेक्स करने औऱ सफेद कपड़े पहनने से परहेज करते हैं। लेकिन इन सबके दौरान यहां कुछ ऐसा भी होता है जो ईश्वर के नाम पर दर्द सहने की एक परम्परा के रूप में कई सालों से चलता आ रहा है। तस्वीरों में देखिए किस तरह लोग खुद को दर्द देकर ईश्वर से शांति और अच्छे स्वास्थय की कामना करते हैं...



















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