नई दिल्ली. सशक्त लोकपाल के लिए अन्ना हजारे के आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने वाले मशहूर वकील शांति भूषण की मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह के साथ बातचीत की कथित सीडी को दिल्ली पुलिस ने सही पाया है। दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्र ऐसा बता रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ता जल्द ही उस मामले की क्लोजर रिपोर्ट फाइल करने वाले हैं, जिसमें शांति भूषण ने दावा किया था कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है। शांति भूषण ने अप्रैल में यह मामला दर्ज कराया था।
दूसरी तरफ, लोकपाल विधेयक को लेकर संसद की स्टैंडिंग कमिटी ने मंगलवार को कहा कि वह सदन को अक्टूबर तक अपनी सिफारिशें भेज देगी। यह बात समिति के अध्यक्ष अभिषेक मनु सिंघवी और टीम अन्ना के सदस्यों (अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण) की बैठक के बाद कही गई।
सीडी मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन लैब में सीडी की जांच कराई थी। इनमें से दो लैब ने सीडी को असली बताया है। दिल्ली पुलिस ने सीडी को जांच के लिए सीएफएसएल और सीईआरटी लैब में भेजा था। इन दोनों लैब ने सीडी को सही बताया है। वहीं चंडीगढ़ की लैब ने सीडी को नकली बताया है। दिल्ली पुलिस का यह भी कहना है कि अमर सिंह ने पुलिस को जानकारी दी है कि टेप में उनकी आवाज ही है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि लगता है कि पुलिस, फॉरेंसिक लैब और सरकार के कुछ अधिकारियों समेत कई लोग आपराधिक साजिश रच रहे हैं। उन्होंने पूछा, वे सीएफएसएल, चंडीगढ़ की रिपोर्ट के बारे में क्या कह रहे हैं? गौरतलब है कि नई दिल्ली के सीएफएसएल में दिल्ली पुलिस द्वारा की कई फॉरेंसिक जांच में शांति भूषण के उस दावे को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसके बाद साझा ड्राफ्टिंग कमिटी से उनके इस्तीफे की मांग ने जोर पकड़ लिया था। प्रशांत भूषण ने अप्रैल में सफाई दी थी कि उनके पिता शांतिभूषण की आवाज कहीं से काटकर इस सीडी में जोड़ी गई है। इस सीडी में यादव की ओर से कहे गए सभी शब्दों को 2006 वाली सीडी से उठाकर इस बातचीत में जोड़ा गया है।
अप्रैल में लोकपाल के लिए अन्ना के अनशन के बाद सीडी कई मीडिया संस्थानों तक पहुंचाई गई थी। शांति भूषण पूर्व कानून मंत्री हैं और इंदिरा गांधी के खिलाफ मुकदमा लड़ चुके हैं। अप्रैल में लोकपाल बिल की साझा ड्राफ्ट समिति में शांति भूषण भी शामिल थे। शांति भूषण ने आरोप लगाया था कि सीडी से छेड़छाड़ करके सिविल सोसाइटी को बदनाम करने की कोशिश की गई है। सीडी में शांति भूषण कथित तौर पर मुलायम सिंह और अमर सिंह को बता रहे हैं कि उनका बेटा प्रशांत भूषण 'जजों को मैनेज' कर सकता है
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 अगस्त 2011
दिल्ली पुलिस की जांच में असली निकली अमर सिंह-शांति भूषण की सीडी!
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पुलिस चाहे किसी के विरुद्ध में भी जांच अपने पक्ष में करा सकती है .
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