देश के आतंकवादियों को बार बार आन्दोलन कर फांसी की सजा दिलवाने की पक्षधर भाजपा का दोहरा रुख सामने आया है गांधी परिवार के हत्यारों के मामले में तो भाजपा और समर्थित दलों का महात्मा गाँधी ,इंदिरा गाँधी ,राजीव गाँधी के मामले में दुसरा रुख है जबकि दुसरे आतंकवादियों के मामले में भाजपा की राजनीति अलग है ....भाजपा अफज़ल सहित सभी आतंकवादियों को फांसी की पक्षधर है और उन्हें जल्दी से जल्दी फांसी हो इसके लियें भाजपा लगातार चुनावी मुद्दा बनाती है लेकिन वर्तमान में राजिव गाँधी के तीन हत्यारों को जब फांसी तय हुई उनकी फंसी की तारीख मुकर्रर हुई कुछ पार्टियां इस फांसी को टालने की कोशिश में लगी तब भाजपा का रुख साफ़ नहीं रहा भाजपा ने एक बार भी राजिव गांधी के हत्यारों को फांसी देने की बात नहीं कही और नाही इस मामले में राष्ट्रीयता ही बताई है अब भाजपा का दोहरा चरित्र और फंसी पर राजनीती शर्म की बात है सब जान गए हैं ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 अगस्त 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
फांसी पर राजनीति नहीं होनी चाहिये ,मुजरिम तो मुजरिम है ।
जवाब देंहटाएंईद मुबारक हो