इन्दौर.विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और सरकार के बीच मध्यस्थता करने वाले आध्यत्मिक संत भय्यू महाराज ने मंगलवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्न में जन लोकपाल बिल प्रस्तुत कर दिया जाएगा। उन्होंने आन्दोलन के प्रारम्भ में अन्ना को तिहाड़ जेल भेजने के निर्णय को गलत बताया।
भय्यू महाराज इन्दौर प्रेस क्लब में पत्नकारों से कहा कि अन्ना हजारे के आंदोलन की शुरूआत में जो गलतियां हुई। जिनमें अन्ना को तिहाड़ जेल भेजना भी शामिल हैं,के कारण उनका आंदोलन इतना लम्बा चला।
कभी माडल रहे आध्यात्मिक संत ने स्वीकार किया कि यह उनके लिए एक नया क्षेत्न था। वे अन्ना के तमाम बिन्दुओं पर अध्ययन कर के गए थे।
क्या जन लोकपाल बिल से भ्रष्टाचार समाप्त हो जायेगा,यह पूछे जाने पर उन्होनें कहा कि यह सही है ऐसा नही होगा। विधेयक या आंदोलन से इसे नही रोका जा सकता। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि वह कृषि क्षेत्न के लिए भी पूरक बजट प्रस्तुत करे,जिसमें कृषि उत्पादन बढाने की ठोस नीति है।
भय्यू महाराज ने कहा कि सेवा क्षेत्न में आज सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है। उनके अनुसार मनुष्य में इच्छा शक्ति का अभाव है वह अपनी आवश्यकता की पूर्ति को ध्यान में रख कर समझौतावादी हो जाता है और इससे ही भ्रष्टाचार बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए देश में तमाम कानून हैं।
अन्ना के आंदोलन को जन भावना को जागृत करने वाला आंदोलन बताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्नी मनमोहन सिंह को सबसे ईमानदार और चरित्नवान व्यक्ति बताया। उनके अनुसार सरकार का रूख सकारात्मक है। उन्होंने आशा जताई कि संसद के शीतकालीन सत्न में यह विधेयक पेश हो जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल को वह टाल गए।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
31 अगस्त 2011
शीतकालीन सत्न में पेश होगा जन लोकपाल बिल'
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)