मेष- इस राशि का स्वामी मंगल है। मकर एवं कुंभ राशि वालों से इनके संबंध बिल्कुल अच्छे नहीं रहते। वृषभ एवं तुला राशि वालों से इनकी कम बनती है। बाकी सभी राशि इनकी मित्र है।
वृषभ- इस राशि का स्वामी शुक्र है। इनकी मकर एवं कुंभ राशि वालों से अच्छी मित्रता रहती है। मिथुन एवं कन्या से सामान्य मित्रता एवं बाकी सभी से शत्रुता होती है।
मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध है। इनकी कर्क राशि को छोड़कर सभी के साथ अच्छी दोस्ती रहती है। यह किसी से बैर नहीं रखते एवं मित्रता में सम रहते हैं।
कर्क - ये बहुत ही नम्र व्यवहार के लोग होते हैं। सभी के साथ मित्रवत व्यवहार करते हैं। इनकी किसी के साथ शत्रुता नहीं होती न ही किसी के साथ बैर होता है किंतु मिथुन एवं कन्या राशि वाले लोग इनसे शत्रुता रखते है।
सिंह- इस राशि वाले लोग किसी के साथ मित्रता बहुत ही कम रखते है। तुला, मकर एवं कुंभ राशि वालों से शत्रुता एवं बाकी सब से मित्रता होती है।
कन्या- बुध राशि के स्वामित्व राशि वालों का कर्क को छोड़कर सब से मित्रवत व्यवहार रहता है। मकर, कुंभ के साथ यह सम रहते हैं।े
तुला- शुक्र के स्वामित्व वाली यह राशि सिंह, मेष, वृश्चिक से शत्रुता रखते है। मकर एवं कुुंभ से धनिष्ठ मित्रता होती है।
वृश्चिक- मंगल के स्वामित्व वाली यह राशि मकर एवं कुंभ से घोर शत्रुता रखती है। वृषभ एवं शुक्र से घनिष्ठ मित्रता होती है।
धनु- मिथुन एवं कन्या इस राशि वालों से शत्रुता रखते है। मकर एवं कुंभ वालों से यह सम रहते है। बाकी सभी राशियों वालों से इनकी अच्छी मित्रता रहती है।
मकर- शनि के स्वामित्व वाले यह लोग सिंह, मेष एवं वृश्चिक से शत्रुता रखते हैं। बाकी सभी से मित्रवत व्यवहार रहता है।
कुंभ- इस राशि का प्रभाव मकर की तरह ही होता है। यह शांत प्रकृति के होते है। सिंह, मेष एवं मंगल से शत्रुता होती है।
मीन- इस राशि का स्वामी गुरु है। मिथुन एवं कन्या से शत्रुता होती है। मकर एवं कुंभ से सम एवं बाकी सभी से मित्रता होती है।
भाई, इस आलेख के हिसाब से मैं आपके साथ शत्रुता रखता हूँ और आपकी मेरे साथ कम ही बनती है. अब अपने शत्रु के बारें में आपका क्या कहना है.
जवाब देंहटाएंमित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
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