चेन्नई.पूर्व प्रधानमंत्नी राजीव गांधी के हत्यारों को फांसी देने की तारीख नौ सितंबर नजदीक आने के साथ ही उनकी पूरी उम्मीदें अब तमिलनाडु की मुख्यमंत्नी जे.जयललिता और मद्रास उच्च न्यायालय पर टिकी हैं।
तमिलनाडु में कांग्रेस को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों के नेता दोषियों की फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। द्रविड़ मुनेत्न कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्नी एम. करूणानिधि ने केंद्र और राज्य सरकार से दोषियों की फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग की है लेकिन दोनों ही सरकारों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
उनकी फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग को लेकर राज्य भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और मुख्यमंत्नी से इस मामले में हस्तक्षेप करके तीन जिंदगियों को बचाने का अनुरोध किया जा रहा है। लेकिन जयललिता ने अब तक इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अभियुक्तों के वकील ने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा क्षमा याचना खारिज किए जाने के बाद भी संविधान के अनुच्छेद 161 के अनुसार मुख्यमंत्री तीनों को बचा सकती हैं। बचाव पक्ष सोमवार को हाईकोर्ट में सजा माफ करने की अपील कर सकता है। कानून के जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्नी मंत्निमंडल की बैठक में इस सिलसिले में निर्णय ले सकती हैं और इसे आगे की कार्रवाई के लिए राज्यपाल के पास भेज सकती हैं।
अभियुक्तों के जेल की सुरक्षा बढ़ी:
तीनों अभियुक्त वेल्लोर जेल में रह रहे हैं। जेल के बाहर और अंदर तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। अभियुक्तों की सजा माफ कराने को लेकर बढ़ती मांग के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। जेल के बाहर एमडीएमके के संस्थापक वाइको और अन्य लोगों के प्रदर्शन लगातार जारी हैं।
करूणानिधि की सोनिया से अपील,माफ़ कर दें राजीव के हत्यारों को
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष व तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम.करूणानिधि ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या मामले में मौत की सजा पाए तीनों दोषियों को माफ कर दे।
करूणानिधि ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा,"सत्ताधारी कांग्रेस और उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी को तीनों का जीवन बचाने के लिए सामने आना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि इनका जीवन बचाने के लिए हरसम्भव कदम उठाया जाना चाहिए।
तीनों को तमिलनाडु स्थित वेल्लूर जेल में नौ सितम्बर को फांसी दी जाएगी।
जेल अधीक्षक आर.रिवुदैनाम्बी को शुक्रवार दोपहर बाद मुरुगन,संथन और पेरारिवलन को फांसी पर लटकाने का आधिकारिक आदेश प्राप्त हुआ।
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने गत 11 अगस्त को इन तीनों की क्षमा याचिका खारिज कर दी थी। ये राजीव गांधी की हत्या कराने वाले आतंकवादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (लिट्टे) से जुड़े थे।
उल्लेखनीय है कि 21 मई 1991 को चेन्नई के समीप श्रीपेरुमबुदूर की एक चुनावी रैली में एक महिला ने स्वयं को विस्फोटकों से उड़ा लिया था और इस आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की जान चली गई थी।
आपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा दिनांक 29-08-2011 को सोमवासरीय चर्चा मंच पर भी होगी। सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंkal tv par news suna tha...aaj aapke madhyam se behtar jankari mili..
जवाब देंहटाएंaapko follow karne ki izazat chahta hun.