एक बार तीन फलों में आपस में बातचीत होती है।
सेब : मुझे तो सब धो के और काट के खाते हैं।
अमरुद : तुझे क्या मुझे भी सब धो के और काट के खाते हैं।
सेब , चुप चाप बैठे केले से कहता है तू चुप क्यों है ?
केला : “मैं क्या कहूं मुझे तो बताते हुए भी शर्म आती है , मुझे तो सब लोग नंगा करके खाते हैं ।”
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