नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त लोकपाल कानून बनाने की मांग को लेकर पिछले 12 दिनों से रामलीला मैदान में अनशन पर रहे अन्ना ने उनकी तीन मुख्य मांगों पर संसद मे सहमति बनने के बाद रविवार सुबह 10 बजे अपना अनशन तोड़ दिया। पांच साल की सिमरन और इकरा नामक दो बच्चियों ने नारियल पानी और शहद पिलाकर अन्ना का अनशन तुड़वाया। अन्ना के अनशन के साथ ही रामलीला मैदान पर चल रहा धरना भी खत्म हो गया है। अन्ना अनशन तोड़ने के बाद राजघाट नहीं जाकर स्वास्थ्य लाभ के लिए सीधे गुड़गांव के मेदांता अस्पताल जाएंगे। जहां वे दो से तीन दिन तक रहेंगे।
अनशन खत्म होने के बाद अन्ना ने इस जनआंदोलन को सफल बनाने के लिए सभी लोगों का धन्यवाद किया। अन्ना ने कहा कि उन्होंने अनशन छोड़ा नहीं है, स्थगित किया है। जब तक देश से भ्रष्टाचार पूरी तरह खत्म नहीं होगा अनशन जारी रहेगा।
सत्ता का विकेद्रीकरण हो
समर्थकों से खचाखच भरे रामलीला मैदान के मंच से उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने विश्वास दिलाया है कि देश से भ्रष्टाचार खत्म होगा और डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए संविधान पर चलने के लिए प्रेरणा दी है। सत्ता केंद्रित होने के कारण देश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। सत्ता का विकेंद्रीकरण होने पर देश में असली लोकशाही आएगी। लोकसभा, विधानसभा की तर्ज पर ग्राम सभा को भी मजबूत करना होगा।
जनता को मिले राइट टू रिजेक्ट
अन्ना ने कहा कि देश के चुनाव तंत्र में बदलाव होना चाहिए। जनता को 'राइट टू रिजेक्ट' मिलना चाहिए। नापसंदगी के विकल्प पर सबसे ज्यादा वोट आने पर दोबारा चुनाव कराए जाने चाहिए। साथ ही लोगों को चुने हुए प्रतिनिघियों को वापस बुलाने का हक मिलना चाहिए।
माल खाए मदारी और नाच करे बंदर
किसानों की हालत वे बोले कि कृषि प्रधान भारत में माल खाए मदारी और नाच करे बंदर वाली बात नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा मजदूरों की हालत सुधारनी होगी। शिक्षा के नाम पर अपनी दुकाने चलाने वाले लोगों को हटाकर इस रवैये में बदलाव लाना होगा।
टोपी से नहीं बनते 'अन्ना'
अन्ना ने कहा कि सिर पर मैं अन्ना की टोपी पहनने से कोई अन्ना नहीं बन जाता। असली अन्ना बनने के लिए सभी को कथनी और करनी में समानता रखनी होगी। उन्होंने कहा कि शुद्ध आचार विचार रखने के साथ खुद में त्याग की भावाना लाओ। अपना अपमान पीना सीखो।
इंडिया गेट पर जीत का जश्न
इससे पहले टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने जनलोकपाल बिल की प्रमुख मांगो को संसद में सहमति मिलने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शुक्रि या अदा किया। केजरीवाल ने कहा कि देश आज त्योंहार मना रहा है। उन्होंने रविवार शाम छह बजे लोगों से इंडिया गेट पर पहुंचने का आह्वान कर जनतंत्र का जश्न बनाने के लिए आमंत्रित किया।
केजरीवाल ने इसके लिए वे देश की संसद और सांसदों और सबसे ज्यादा अन्ना के समर्थकों के धन्यवाद करते हैं जिनकी बदौलत आज यह दिन देखने को मिला है। केजरीवाल ने देश की संसद के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि हर कानून बनाने से पहले जनता की राय ली जानी चाहिए। जनतंत्र में जन से बड़ा कोई नहीं है। उन्होंने लोगों से घूस नहीं लेने और देने की अपील की।
देशमुख बने दूत
संसद के दोनों सदनों में शनिवार को दिन भर चली चर्चा के बाद रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दूत के रूप में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलास राव देशमुख और पूर्वी दिल्ली से सांसद संदीप दीक्षित डॉ. सिंह का पत्र लेकर पहुंचे तो वहां उपस्थित जनसमूह ने जोर जोर से देश भक्ति के नारों का उदघोष किया। अन्ना ने देशमुख से पत्र लेने के बाद मैदान में उपस्थित जनसमूह से कहा कि वह दोनों हाथ उठाकर अपनी अनुमति प्रदान करें जिससे की वह अपना अनशन तोड़ सकें।
हजारे ने जनलोकपाल के तीन मुद्दों सिटिजन चार्टर, निचले स्तर के नौकरशाह और राज्यों में लोकायुक्त की नियुक्ति की उनकी मांग पर संसद में हुई बहस और इस पर बनी सहमति पर सदन और सांसदों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह देश के बच्चों, महिलाओं, युवा शक्ति की जीत है। उन्होंने इस आंदोलन को देश के दूरदराज क्षेत्रों तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका की प्रशंसा करते हुए अपने समर्थकों से कहा कि मुश्किल समय को झेलना कठिन होता है किंतु जीत के जुनून में शांति बनाए रखने की भी जरूरत है।
अन्ना ने उनके साथ रामलीला मैदान और देश के अन्य स्थानों पर अनशन पर बैठे लोगों से हाथ जोड़ कर विनती की कि वह भी अपना अनशन तोड़ दें और सुबह उनका अनशन तुड़वाने के लिए रामलीला मैदान पहुंचे। इससे पहले देशमुख ने प्रधानमंत्री द्वारा भेजे पत्र को पढ़कर सुनया जिसमें अन्ना की तीन मुख्य मांगों पर संसद में चर्चा और सहमति का उल्लेख था। पत्र में कहा गया है कि सदन में जो सहमति बनी है उसको संसद की स्थायी समिति को भेज दिया जाएगा जिससे वहां भी इस पर विचार किया जा सके। प्रधानमंत्री ने अन्ना के भविष्य में सुस्वास्थ्य की कामना करते हुए अपना आंदोलन खत्म करने और अनशन तोड़ने की अपील की।
हम तो माध्यम भर थे : दीक्षित
देशमुख ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि सरकार अन्ना के लक्ष्य को पूरा करने का काम करेगी और उम्मीद है कि अन्ना को दोबारा अनशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दीक्षित ने अन्ना की मांगों को लेकर अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह तो केवल एक माध्यम भर थे इसमें सरकार और काग्रेस के सभी सांसदों ने रचनात्मक और अहम भूमिका निभाई।
देशभर में जश्न का माहौल
संसद में अन्ना की मांगों पर सरकार और विपक्षी दलों में बनी सहमति तथा लोकसभा में प्रस्ताव पेश किए जाने के साथ ही रामलीला मैदान समेश देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई। शाम होते-होते रामलीला मैदान में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों जमकर आतिशबाजी की। अन्ना ने समर्थकों से कहा है कि जश्न मनाएं पर शांति से, जश्न से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
12 दिन में 7.5 किलो कम हो गया वजन
बीते 12 दिन से अशनरत अन्ना का वजन 7.5 किलो से भी कम हो चुका हैं। उनकी मांसपेशियां कमजोर पड़ने से डाक्टर चिंतित है। डॉ. नरेश त्रेहन ने शनिवार को अन्ना की स्वास्थ्य जांच के बाद बताया कि कमजोरी के कारण अन्ना को बोलने से मना किया गया है। चिकित्सकों ने उन्हें अधिक से अधिक आराम और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी। चिकित्सक अन्ना के स्वास्थ्य पर बराबर निगरानी रखे हुए हैं। अन्ना की प्रत्येक दो घंटे में स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
किरण बेदी ने कहा, यह ऎतिहासिक दिन
टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने रामलीला मैदान में उपस्थित लोगों को कहा कि आज का दिन ऎतिहासिक है जब संसद एक हो गई है। उन्होंने जल्दी ही खुशखबरी की उम्मीद जताई। इसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने हर्षध्वनि की और देश प्रेम के नारों का उदघोष किया।
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