॥ फर्रुखनगर
वे उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं, जहां आम आदमी के लिए समाज की ज्यादातर चीजें बेमानी हो जाती हैं फिर भी वे भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते हैं। हरियाणा में फर्रुखनगर के सांवल सिंह की उम्र 107 बरस है। दिल का जुनून उन्हें अन्ना के समर्थन में दिल्ली तक लेकर गया। ऐसे में भीड़ के बीच सांसें चढ़ने लगीं तो मजबूर होकर उन्हें वापस लौटना पड़ा। खास बात यह है कि वह अन्ना के साथ अनशन पर हैं। अन्ना से न मिल पाने का उन्हें गम है पर उनके हौसले बुलंद हैं और वह कहते हैं वह तबियत ठीक होते हैं दोबारा अन्ना से मिलने जाएंगे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल बजा चुके अन्ना हजारे से मिलने के लिए फर्रुखनगर के फाजिलपुर बादली गांव निवासी 107 वर्षीय किसान सांवल सिंह रविवार को दिल्ली के रामलीला ग्राउंड पहुंचे। भीड़, भीषण गर्मी और बिगड़ते मौसम ने उनके बूढ़े कदमों आगे बढ़ने से रोक दिया। इस कारण उनकी अन्ना से मिलने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। सांवल सिंह से जब यह पूछा गया कि वह अन्ना हजारे के बारे में क्या जानते हैं? तो उनका कहना है कि अन्ना के बारे में वह कुछ नहीं जानते लेकिन उनकी भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए चलाई गई मुहिम काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने बताया कि वह रविवार को भ्रष्टाचार के लिए हो रहे यज्ञ में आहुति डालने के लिए गए थे, लेकिन तबीयत बिगड़ने के कारण वह मंच तक नहीं पहुंच पाए। सांवल सिंह बड़े हौसले के साथ कहते हैं कि वह अन्ना से मिलने फिर दिल्ली जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार चरम पर है। गरीबों के मुंह से निवाला छीना जा रहा है। उन्होंने लोगों से अन्ना के इस आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की। भ्रष्टाचार के चलते आज आपसी भाईचारा भी खत्म होता जा रहा है। पहले जहां लोग प्रेम से रहते थे, वहीं आज भाई भी भाई का दुश्मन बना हुआ है लेकिन अन्ना देश के युवाओं के लिए एक नई किरण लेकर आए हैं। अन्ना के समर्थन में खड़े होना देश के हर नागरिक का फर्ज बनता है। उनका कहना है कि वह स्वस्थ होते ही जल्द अन्ना से मिलने दिल्ली जाएंगे। |
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 अगस्त 2011
107 साल के बुजुर्ग भी कर रहे हैं अनशन
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)