सुरंग देख चकित हुए गहलोत
जयपुर । आमेर महल को जयगढ किले से जोडने वाली सुरंग देखकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी रोमांचित हो गए। गहलोत परिवार सहित महल के दौरे पर निकले थे। उन्होंने आमेर महल में हो रहे जीर्णोद्धार और पुरा संरक्षण के कार्यो का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम करीब पांच बजे अपने परिवार सहित हाथी स्टैण्ड के रास्ते महल पहंुचे। वहां पर्यटन मंत्री बीना काक, स्थानीय विधायक गंगासहाय शर्मा, मुख्य सचिव एस.अहमद, प्रमुख पर्यटन सचिव उषा शर्मा व पुलिस कमिश्नर बी.एल.सोनी ने उनकी अगवानी की। गहलोत के साथ सांसद लालचंद कटारिया भी थे।
गहलोत ने चांदपोल गेट पर पत्थर पर उकेरे गए चित्र देखे। उन्होंने टूटी हुई हवेलियों के बारे में पूछा। एस.अहमद ने बताया कि जर्जर हवेलियों में कब्जे हो रहे हैं, जिनको लेकर कब्जेदारों को नोटिस दिया जा रहा है। विधायक गंगासहाय शर्मा ने कहा कि सागर बांध की पाल से रिसाव हो रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने अघिकारियों को मामले पर गौर करने के लिए कहा है।पत्नी नहीं कर पाई साहस
त्रिपोलिया गेट के पास गहलोत तो सुरंग में प्रवेश कर गए, लेकिन उनकी पत्नी सुनीता गहलोत एकाएक साहस नहीं कर पाई। बाद में सभी को जाते देख वे भी सुरंग में प्रवेश कर गई। सुरंग से निकल कर रंग महल देखा और जनानी डयोडी होते हुए मानसिंह चौक पहंुचे। यहां प्लास्टर में दबी हुई चित्रकारी को उकेरने का काम देखा। इसके बाद शीश महल होते हुए दीवाने आम पहंुचे। उन्होंने कहा कि आमेर में जर्जर हवेलियों को कुछ पैसे वाले खरीदकर कब्जा कर रहे हैं। ऎसे लोगों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। गहलोत ने शिलामाता मंदिर में सपरिवार पूजा अर्चना भी की।
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