उदयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) अध्यक्ष सीपी जोशी ने शुक्रवार को संजय दीक्षित की सचिव पद से छुट्टी कर दी। भीलवाड़ा के सचिव व आरसीए के संयुक्त सचिव केके शर्मा को कार्यवाहक सचिव बनाया गया है। यहां सिटी पैलेस स्थित शिव निवास में सीपी जोशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में दीक्षित को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया। बैठक में सांसद महेश जोशी की आरसीए चेयरमैन के रूप में की गई नियुक्ति को भी अमान्य कर दिया गया।
इसके साथ ही अध्यक्ष, कार्यवाहक सचिव व कोषाध्यक्ष तीनों ही उदयपुर संभाग से हो गए हैं। बैठक में जुटे बीस जिला संघों ने सर्वसम्मति से फैसले कर आरसीए के कार्यकारी अघिकारी जेपी सोनी व एकेडमी के निदेशक तारक सिन्हा को भी बर्खास्त कर दिया। साथ ही आरसीए ने बर्खास्त जिला क्रिकेट संघों नागौर, श्रीगंगानगर व जालौर को मान्यता दे दी। इन्हें मिलाकर जोशी गुट ने 23 जिला संघों के समर्थन का दावा किया है। ज्ञात हो कि पिछले कई दिनों से सीपी जोशी और संजय दीक्षित में तनातनी चल रही थी।
इन संघों की भागीदारी : बैठक पर पूरे प्रदेश की नजर थी। उदयपुर के अलावा जयपुर, करौली, राजसमन्द, स.माधोपुर, बीकानेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, बांसवाड़ा, बारां, झालावाड़, झुंझुनूं, सीकर, दौसा, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, अलवर, धौलपुर, डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव थे। नागौर, श्रीगंगानगर व जालौर के सचिवों ने भी भाग लिया।
दीक्षित के सभी फैसले रद्द
बैठक के बाद सीपी जोशी ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में आरोप लगाया कि दीक्षित असंवैधानिक रूप से जिला संघों के सचिवों को टीए-डीए देकर साथ जोड़ने का काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तीनों बर्खास्त संघों की भी दीक्षित गुट ने बिना एजीएम मान्यता समाप्त कर दी थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि दीक्षित की वजह से राजस्थान के बाहर के खिलाड़ी यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और स्थानीय खिलाडियों को मौका नहीं मिल रहा था। सचिव के बदलाव की सूचना आगामी कार्य दिवस में ही बैंक को भी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दीक्षित का हाल ही सांसद महेश जोशी को आरसीए चेयरमैन बनाने का फैसला भी असंवैधानिक है। दीक्षित की ओर से गत बैठकों में किए गए सभी निर्णयों को इस बैठक में शून्य घोषित कर दिया गया।
आरसीए के 2 पदाधिकारी निलंबित
विवाद के चलते संजय दीक्षित गुट ने आरसीए के दो पदाघिकारियों को नोटिस जारी कर निलंबित कर दिया है। जयपुर के सांसद महेश जोशी की मौजूदगी में कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यकारिणी की बैठक कर राजसमंद जिला संघ के सचिव गिरिराज सनाढ्य पर 48 लाख रूपए तथा भीलवाड़ा जिला संघ के सचिव के.के. शर्मा पर 20 लाख रूपए के गबन का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस देने के साथ निलंबित कर दिया गया है।
साथ ही आर्बिट्रेशन का फैसला आने तक अध्यक्ष सी.पी. जोशी के अघिकारों पर रोक लगा दी है। दीक्षित गुट ने एक अंतरराष्ट्रीय अपराधी को बहाल करने तथा एक सांसद को पद से हटाने के लिए सी.पी. जोशी गुट की आलोचना भी की है। दीक्षित गुट ने उदयपुर में हुई बैठक के सभी फैसलों को असंवैधानिक भी बताया है।
वांछित बहाल, मुझे हटाना दुर्भाग्यपूर्ण
राजनीति में कांग्रेस के हमराह केन्द्रीय मंत्री सी.पी. जोशी व सांसद महेश जोशी क्रिकेट की राजनीति में आमने-सामने हो गए हैं। उदयपुर बैठक में खुद की आरसीए चेयरमैन पद की ताजपोशी को अमान्य करार दिए जाने से भड़के जयपुर के सांसद महेश जोशी ने कहा, 'जिस वांछित व्यक्ति के खिलाफ भारत सरकार का ब्ल्यू कॉर्नर नोटिस है उसे बहाल किया जा रहा है और मुझ चुने हुए सांसद जो संयोग से अपनी ही पार्टी का है उसे हटाने की कार्रवाई की कोशिश से ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता।'
जोशी का इशारा नागौर जिला क्रिकेट संघ की बहाली की ओर था जिसके अध्यक्ष आरसीए के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी हैं। जोशी ने आरोप लगाया कि जयपुर में क्रिकेट के केन्द्र को उदयपुर ले जाने की साजिश रची जा रही है जिसका जयपुर के सांसद के नाते वे खुद व शहर की जनता विरोध करेगी।
सांसद के नाते यह उनकी जिम्मेदारी भी है। जोशी ने रात को पत्रिका से बातचीत में कहा कि सी.पी. जोशी उनकी पार्टी के नेता हैं और उनका सम्मान भी है लेकिन क्रिकेट को जयपुर से उदयपुर ले जाने की साजिश बर्दाश्त नहीं की जा सकती। वे बोले, ' मैं सी.पी. जी से पहले पिछले 20 साल से क्रिकेट से जुड़ा हूं, जयपुर में प्रतियोगिताएं आयोजित करवाते हैं, जयपुर से क्रिकेट को बाहर कैसे जाने देंगे?' सवालों के जवाब में जोशी ने कहा कि क्रिकेट के मामले में दलीय राजनीति का कोई लेना-देना नहीं है।
पार्टी नेतृत्व ने उनसे क्रिकेट राजनीति के बारे में न कोई बात की है और न ही कोई जानकारी मांगी है, यदि मांगी जाएगी तो वे अवगत करवाएंगे लेकिन अपनी तरफ से नहीं। उनकी सी.पी.जोशी से भी कोई बात नहीं हुई है। कोई रास्ता निकालने के लिए सी.पी. बात करते हैं तो स्वागत है लेकिन वे अपनी ओर से कोई बात नहीं करेंगे। चेयरमैन पद से हटाने के खिलाफ कानूनी कदम उठाने के बारे में पूछने पर जोशी ने कहा, ' कानूनी कार्रवाई जिनको करनी है वे करेंगे लेकिन जिन लोगों ने मुझे चेयरमैन बनाया था मैं उनके साथ हूं।'
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