रंग-बिरंगी तितलियां
दुनिया का सबसे खूबसूरत जीव है तितली। वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी हजारों प्रजातियां हैं। हर प्रजाति की अपनी एक विशेष्ाता है। भारत में ही इनकी कोई डेढ़ हजार प्रजातियां पाई जाती हैं।
विश्व की सबसे बड़ी तितली है न्यू जिनीया की क्वीन अलेक्सेंड्रा बर्ड विंग! इसके पंखों का फैलाव 3 से 8 इंच तथा वजन 28 ग्राम तक होता है। तितलियों का अपना एक इलाका होता है। यदि कोई तितली उनके इलाके में जाती है तो यह उसे खदेड़ देती हैं।तितलियां सदियों से चित्रकारों तथा कलाकारों को आकçष्ाüत करती रही हैं। यही कारण है कि कपड़ों, आभूष्ाणों, कलाकृतियों आदि की सुन्दरता बढ़ाने के लिए इन्हें उकेरा जाता है।तितलियों की समस्त प्रजातियों में सबसे दुर्लभ व कीमती तितली है सोलोमन आइलैंड, यह पक्षी के पंखों जैसी तितली है।
अफ्रीका में पाई जाने वाली वेस्टर्न पिग्मी ब्लू तितली दुनिया की सबसे छोटी तितली है जिसके पंखों का फैलाव अधिकतम आधे इंच तक ही हो सकता है।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया का सबसे बड़ा तितली फार्म स्टैट फोर्ड अपॉन एवन है जिसमें 582 वर्गमीटर के उड़ान क्षेत्र में दो हजार से अधिक तितलियां रखी जाती हैं।
तितलियां लंबी उड़ाने भी भरती हैं। ये सूर्य के जरिए दिशाबोध प्राप्त करती हैं।
तितलियां पराग संचलन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके लिए प्रकृति ने उसे एंटीना प्रदान किया है जिससे वह गंध का पता लगाती हैं। पुष्प पराग के अलावा वे सोडियम, खनिज लवण, सड़े हुए फल, मरे हुए जानवर, कीचड़ आदि की ओर भी आकçष्ाüत होती हैं।
तितलियां स्वयं भले ही रंग-बिरंगी और खूबसूरत हों लेकिन रंग पहचानने की क्षमता कुछ ही प्रजाति की तितलियों में पाई जाती है। वैसे इनकी दृष्टि काफी तेज होती हैं।
बहुत से लोग मानते हैं कि तितलियों की आयु महज एक दिन ही होती है, लेकिन उनकी यह सोच सही नहीं है। वे एक साल तक भी जीवित रह सकती हैं। यह वहां के वृक्षों और पौधों पर निर्भर करता है।
तितलियों को लेकर तरह-तरह की मान्यताएं भी हैं। जापान में मान्यता है कि यदि तितली किसी के ड्रॉइंग रूम में बांस की वस्तु पर आकर बैठ जाए तो किसी प्रियजन का आगमन होता है। चीनी सभ्यता में तोइसे प्रेम का प्रतीक माना जाता था। प्राचीन यूनानी लोग तोइसे आत्मा का प्रतीक मानते थे। भारत के कुछ आदिवासी समाजों में तो तितलियों को उनका पूर्वज माना जाता है। कहीं-कहीं तो तितलियों को पुनर्जन्म का प्रतीक भी माना जाता है।
दुनिया का सबसे खूबसूरत जीव है तितली। वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी हजारों प्रजातियां हैं। हर प्रजाति की अपनी एक विशेष्ाता है। भारत में ही इनकी कोई डेढ़ हजार प्रजातियां पाई जाती हैं।
विश्व की सबसे बड़ी तितली है न्यू जिनीया की क्वीन अलेक्सेंड्रा बर्ड विंग! इसके पंखों का फैलाव 3 से 8 इंच तथा वजन 28 ग्राम तक होता है। तितलियों का अपना एक इलाका होता है। यदि कोई तितली उनके इलाके में जाती है तो यह उसे खदेड़ देती हैं।तितलियां सदियों से चित्रकारों तथा कलाकारों को आकçष्ाüत करती रही हैं। यही कारण है कि कपड़ों, आभूष्ाणों, कलाकृतियों आदि की सुन्दरता बढ़ाने के लिए इन्हें उकेरा जाता है।तितलियों की समस्त प्रजातियों में सबसे दुर्लभ व कीमती तितली है सोलोमन आइलैंड, यह पक्षी के पंखों जैसी तितली है।
अफ्रीका में पाई जाने वाली वेस्टर्न पिग्मी ब्लू तितली दुनिया की सबसे छोटी तितली है जिसके पंखों का फैलाव अधिकतम आधे इंच तक ही हो सकता है।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया का सबसे बड़ा तितली फार्म स्टैट फोर्ड अपॉन एवन है जिसमें 582 वर्गमीटर के उड़ान क्षेत्र में दो हजार से अधिक तितलियां रखी जाती हैं।
तितलियां लंबी उड़ाने भी भरती हैं। ये सूर्य के जरिए दिशाबोध प्राप्त करती हैं।
तितलियां पराग संचलन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके लिए प्रकृति ने उसे एंटीना प्रदान किया है जिससे वह गंध का पता लगाती हैं। पुष्प पराग के अलावा वे सोडियम, खनिज लवण, सड़े हुए फल, मरे हुए जानवर, कीचड़ आदि की ओर भी आकçष्ाüत होती हैं।
तितलियां स्वयं भले ही रंग-बिरंगी और खूबसूरत हों लेकिन रंग पहचानने की क्षमता कुछ ही प्रजाति की तितलियों में पाई जाती है। वैसे इनकी दृष्टि काफी तेज होती हैं।
बहुत से लोग मानते हैं कि तितलियों की आयु महज एक दिन ही होती है, लेकिन उनकी यह सोच सही नहीं है। वे एक साल तक भी जीवित रह सकती हैं। यह वहां के वृक्षों और पौधों पर निर्भर करता है।
तितलियों को लेकर तरह-तरह की मान्यताएं भी हैं। जापान में मान्यता है कि यदि तितली किसी के ड्रॉइंग रूम में बांस की वस्तु पर आकर बैठ जाए तो किसी प्रियजन का आगमन होता है। चीनी सभ्यता में तोइसे प्रेम का प्रतीक माना जाता था। प्राचीन यूनानी लोग तोइसे आत्मा का प्रतीक मानते थे। भारत के कुछ आदिवासी समाजों में तो तितलियों को उनका पूर्वज माना जाता है। कहीं-कहीं तो तितलियों को पुनर्जन्म का प्रतीक भी माना जाता है।
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